सीरिया पर हमले करते समय इस्राइल विचार करे – सीरियन उपविदेश मंत्री की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

दमास्कस – जल्द ही सीरिया को ‘एस-३००’ मिसाइल यंत्रणा से सज्ज करेंगे, रशिया की इस घोषणा की वजह से आत्मविश्वास बढ़े सीरिया ने इस्राइल को धमकाया है। ‘इसके आगे सीरिया पर हवाई हमले करने से पहले इस्राइल दो बार सोचे। क्योंकि इस्राइल का प्रत्येक हमला यह सीरिया में आतंकवाद विरोशी संघर्ष में शामिल हुए सीरिया के मित्र देशों के खिलाफ होगा’, ऐसी चेतावनी सीरिया के उपविदेश मंत्री मेकदाद ने दी है। इसी के साथ सिरिया इस्राइल के हमलों से डरता नहीं है, ऐसा भी उन्होंने कहा।

रशिया ने एस-३०० यंत्रणा सीरिया के लिए रवाना की है और जल्द ही यह यंत्रणा सीरिया में दाखिल होने वाली है। मेकदाद ने चीनी वृत्तसंस्था को यह जानकारी दी है। इस्राइल के हवाई हमलों को नाकाम करने की क्षमता इस यंत्रणा में होने का दावा मेकदाद ने किया है। ‘मन चाहे तब सीरिया की हवाई सीमा में लड़ाकू विमानों को घुसाकर हमले करने की इस्राइल को आदत पड़ी है। लेकिन इसके आगे इस्राइल ने सीरिया पर हमले किए तो उसे हम कठोर प्रत्युत्तर देंगे’, ऐसी चेतावनी मेकदाद ने दी है।

भविष्य में सीरिया में हमले करने से पहले इस्राइल अपने निर्णय पर फिरसे विचार करे, ऐसा मेकदाद ने कहा है। ‘इसके बाद भी इस्राइल ने हमले किए तो सीरिया इन हमलों को सफल प्रत्युत्तर देगा। साथ ही इसके आगे सीरिया की सीमा में होने वाला इस्राइल का हमला सीरिया के संघर्ष में शामिल हुए ईरान और रशिया के खिलाफ होगा’, ऐसा कहकर मेकदाद ने इस्राइल को संगठित प्रत्युत्तर का सामना करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी दी है।

पिछले हफ्ते में सीरिया के लताकिया प्रान्त में इस्राइल ने हवाई हमले किए थे। इस हमले को प्रत्युत्तर देने के लिए सीरिया ने किए मिसाइल हमले में रशिया का निगरानी विमान नष्ट हुआ था। सीरिया के हवाई हमले में रशिया का विमान भले ही नष्ट हुआ हो, लेकिन इस्राइल ने सीरिया के मिसाइलों से बचने के लिए जानबूझकर रशिया के विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया है। ऐसा आरोप रशियन रक्षा मंत्रालय ने लगाया है। उसीके साथ ही सीरिया के हवाई सीमा को मजबूत करने के लिए रशिया ने ‘एस-३००’ विमान भेदी मिसाइल यंत्रणा आपूर्त करने की घोषणा की थी। रशिया की यह घोषणा इस्राइल को चेतावनी देने वाली है, ऐसा दावा रशिया और खाड़ी की मीडिया ने किया है।

दौरान, रशिया के ‘एस-३००’ के निर्णय की वजह से इस्राइल की सीरिया में की जाने वाली कार्रवाई पर फर्क नहीं पड़ने वाला ऐसा इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने और रक्षा मंत्री लिबरमन ने स्पष्ट किया है। उसीके साथ ही इस्राइल के लष्कर प्रमुख ने रक्षा बल के युद्ध सज्जता का मुआइना किया है, ऐसी जानकारी भी सामने आ रही है।

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