‘दुष्ट शक्तियों’ के विरोध में इस्रायल का संघर्ष इसके आगे भी जारी ही रहेगा – इस्रायल के प्रधानमंत्री की घोषणा

israel-struggle-continue-1जेरूसलेम/सना – इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने सिरिया के लताकिया बंदरगाह पर क्षेपणास्त्र हमले किए होने का आरोप सिरिया की सेना ने किया। इसमें ईरान के लष्करी अड्डे पर होनेवाला हथियारों के कंटेनर्स नष्ट होने का दावा अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने किया। इसके चंद कुछ ही घंटों में इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने ठेंठ उल्लेख टालकर ईरान को चेतावनी दी। ‘इस्रायल की सेना दिनरात इस क्षेत्र की दुष्ट शक्तियों के विरोध में संघर्ष कर रही है और इसके आगे भी वह वैसे ही जारी रहेगा’, ऐसा प्रधानमंत्री बेनेट ने जताया।

israel-struggle-continue-3मंगलवार को सुबह सिरिया के लताकिया इस पश्चिमी बंदरगाह पर ज़ोरदार हवाई हमले हुए। यहाँ पर खड़े किए कंटेनर्स पर ये क्षेपणास्त्र गिरे। हमले के समय कंटेनर्स के पास कोई भी ना होने के कारण जीवितहानि टली। लेकिन इस हमले में कंटेनर्स पूरी तरह ध्वस्त हुए, ऐसा स्थानिक माध्यमों का कहना है। इस स्थान पर पाँच बड़े विस्फोटों की आवाज सुनाई दी, ऐसा स्थानीय नागरिकों का कहना है। लेकिन सिरिया की अस्सद हुकूमत से जुड़े न्यूज़ चैनल ने इस हमले के लिए इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहराया।

israel-struggle-continue-2इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने ये हमले करने का आरोप सिरियन न्यूज़ चैनल ने किया। लेकिन सिरिया की हवाई सुरक्षा यंत्रणा ने समय पर ही कार्रवाई करके इस्रायल के क्षेपणास्त्र मार गिराए होने का दावा इस न्यूज़ चैनल ने, सिरियन लष्करी अधिकारी के हवाले से किया। साथ ही, सिरियन अग्निशमन दल ने इस विस्फोट के बाद लगी आग पर समय पर ही नियंत्रण प्राप्त किया, ऐसा लष्करी अधिकारी ने बताया।

लताकिया को सिरिया के सबसे महत्त्वपूर्ण बंदरगाह के रूप में जाना जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापारी जहाज़ों से कंटेनर्स इसी बंदरगाह में उतारे जाते हैं और संग्रहित भी किए जाते हैं। पिछले कुछ सालों से इस बंदरगाह का इस्तेमाल करके ईरान सिरिया में हथियारों की तस्करी कर रहा है। आगे ये हथियार लेबनान के हिजबुल्लाह इस आतंकवादी संगठन को सप्लाई किए जाते हैं, ऐसा आरोप इस्रायल ने किया था। हिजबुल्लाह को होनेवाली यह तस्करी रोकने के लिए इस्रायल आवश्यक कार्रवाई करेगा, ऐसा इस्रायल के नेताओं ने घोषित किया था। इसलिए इस हमले के पीछे भी इस्रायल होने की संभावना जताई जाती है।

अब तक इस्रायल ने सिरिया में हुए हमलों की ज़िम्मेदारी का सार्वजनिक रूप में स्वीकार नहीं किया है। विदेशी माध्यमों में आनेवालीं खबरों पर प्रतिक्रिया देना हमारे नियमों के अनुसार नहीं है, ऐसी इस्रायली सेना की भूमिका है। लेकिन मंगलवार को इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने साइप्रस और ग्रीस के प्रधानमंत्रियों के साथ हुई मुलाकात के बाद ईरान को दी यह चेतावनी गौरतलब साबित होती है।

‘इस्रायल की सेना दिनरात इस क्षेत्र की दुष्ट शक्तियों के विरोध में संघर्ष कर रही है। एक सेकेंड के लिए भी यह संघर्ष नहीं रुकेगा। विध्वंसक शक्तियों के विरोध में यह संघर्ष ऐसे ही आगे भी जारी रहेगा, इस्रायल हरगिज़ पीछे नहीं हटेगा’, ऐसा प्रधानमंत्री बैनेट ने कहा। सिरिया में हुए हमलों के बाद चंद कुछ घंटों में इस्रायली प्रधानमंत्री ने दी यह चेतावनी ईरान और ईरान से जुड़े हिजबुल्लाह तथा अन्य आतंकवादी संगठनों के लिए होने का दावा किया जाता है।

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