इस्रायल ने पैलेस्टिन के मसले का हल निकालने के लिए कदम उठाए – सौदी अरब के विदेश मंत्री का आवाहन

रियाध/दावोस – यूएई, बहरीन और मोरोक्को की तरह सौदी अरब को भी अब्राहम समझौते के दायरे में शामिल करने की इच्छा इस्रायल रखता है, ऐसा ऐलान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया। अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ हुई बैठक में इस्रायली प्रधानमंत्री ने अब्राहम समझौता और इसमें सौदी को शामिल करने के मुद्दे पर चर्चा की। लेकिन, इस्रायल चर्चा के माध्यम से पैलेस्टिन के मसले का हल निकालने के लिए कदम उठाए, ऐसा आवाहन सौदी के विदेश मंत्री प्रिन्स फैज़ल ने किया।

पैलेस्टिन के मसले का हलअमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने हाल ही में इस्रायल का दौरा किया। इस्रायल में बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार गठित होने के बाद अमरीका के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने इस्रायल का दौरा करने का यह पहला अवसर है। इस दौरान इस्रायल के साथ अब्राहम समझौते का हिस्सा बने यूएई, बहरीन और मोरोक्को के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ सुलिवन ने वर्चुअल बैठक की। इस बीच इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू से मुलाकात के दौरान सुलिवन ने पैलेस्टिन के निर्माण का मुद्दा उठाया।

इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम का मुद्दा, ईरान से जुड़ी आतंकी संगठनों का खाड़ी में बढ़ रहे प्रभाव एवं सौदी को अब्राहम समझौते में शामिल करने के मुद्दों को अहमियत दी। अब्राहम समझौते का दायरा बढ़ाने की ज़रूरत है और इसमें सौदी अरब को शामिल करने के मुद्दे पर सुलिवन से चर्चा हुई, ऐसा नेत्यान्याहू ने स्पष्ट किया। लेकिन, पिछले दो सालों से अमरीका और सौदी के बीच तनाव खत्म हुए बिना यह मुमकीन नहीं है, यह इस्रायल ने पहले ही स्पष्ट किया था।

पैलेस्टिन के मसले का हलजेरूसलम में इस्रायल के प्रधानमंत्री और अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की चर्चा के दौरान स्वित्ज़र्लैण्ड के दावोस में वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम की बैठक में सौदी के विदेश मंत्री प्रिन्स फैज़ल बिन फरहान को अब्राहम समझौते में शामिल होने के मुद्दे पर सवाल किया गया। इस पर सौदी के विदेश मंत्री ने इस्रायल से होने वाली उम्मीद व्यक्त की। पैलेस्टिन के मसले का हल निकालने के लिए इस्रायल गंभीरतापूर्वक कोशिश करे। दोनों देशों में चर्चा से इस मुद्दे का हल निकलेगा, यह विश्वास प्रिन्स फैज़ल ने व्यक्त किया। लेकिन, इस्रायल सरकार इस मसले का हल निकालने के लिए उतनी उत्सुक नहीं दिखती, यह दावा सौदी के विदेश मंत्री ने किया।

सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने कुछ महीने पहले इस्रायल के साथ अब्राहम समझौते में शामिल होने की तैयारी जताई थी। लेकिन, उस समय भी प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने पैलेस्टिन का मुद्दा उठाया था। इस्रायल की भूतपूर्व सरकार ने पैलेस्टिन की चर्चा एवं सौदी को अब्राहम समझौते में शामिल करने का मुद्दा नहीं लिया था।

इसी बीच, साल २०१४ से इस्रायल और पैलेस्टिन के बीच शांतिवार्ता आगे बढ़ नहीं पाई है। वेस्ट बैंक के कुछ हिस्से में इस्रायल ने शरणार्थियों के लिए बस्ती का निर्माण शुरू करने से यह चर्चा रुक गई, यह दावा किया जा रहा है। इस्रायल-पैलेस्टिन की यह चर्चा शुरू करने की कोशिश हुई थी। लेकिन, दोनों नेताओं के मतभेदों की वजह से यह चर्चा आगे नहीं बढ़ पाई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.