अमरीका की अनुमति के बिना इस्रायल ईरान पर हमला नहीं कर सकता – ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी का इशारा

तेहरान – ‘अमरीका की अनुमति और समर्थन के बिना इस्रायल ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले नहीं कर सकता। इसके लिए इस्रायल के पास इतनी क्षमता नहीं है’, यह दावा ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ‘मेजर जनरल घोलम अली राशिद’ ने किया है। साथ ही ईरान की दिशा में मिसाइल दागने पर इस्रायली सेना के अड्डे और केंद्रों को तुरंत नष्ट किया जाएगा, इसमें ज़रा भी देर नहीं होगी, ऐसी धमकी मेजर जनरल राशिद ने दी है। इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने के लिए अमरीका की अनुमति की प्रतिक्षा नहीं करेंगे, यह बात ड़टकर कही थी। इस पर ईरान ने यह जवाबी बयान किया है।

ईरान पर हमलाईरान की सेना ने सोमवार को बुशेहर परमाणु प्रकल्प क्षेत्र में हवाई सुरक्षा यंत्रणा का परीक्षण किया। बुशेहर परमाणु प्रकल्प पर हमला हुआ तो इसके जवाब में कार्रवाई करने की तैयारी के तौर पर यह परीक्षण करने की बात ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ से संबंधित समाचार चैनल ने स्पष्ट की। पांच दिन के इस युद्धाभ्यास में ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के एअरोस्पेस विभाग, सेना और नौसेना शामिल हुए थे। होर्मुज़ की खाड़ी में इस युद्धाभ्यास का अगला चरण शुरू होगा। इस अवसर पर ईरान की सेना के ‘खातम-अल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर’ के प्रमुख मेजर जनरल राशिद ने इस्रायल को धमकाया।

ईरान पर हमलाइस्रायल के नेता और सेना अधिकारी ईरान पर हमला करने की कितनी भी धमकियाँ दे रहे हों लेकिन, उन्हें इसके लिए अमरीका की अनुमति और समर्थन की आवश्‍यकता होने का दावा मेजर जनरल राशिद ने किया। लेकिन, इसके बजाय इस्रायल की आक्रामकता पर जवाब देते हुए मेजर जनरल राशिद ने इशारा दिया कि, इस्रायल के सैन्य अड्डे, केंद्र एवं संवेदनशील ठिकानों पर हमले करने के लिए ईरान को किसी की अनुमति की आवश्‍यकता नहीं है। वियना में परमाणु समझौते पर चर्चा जारी हेने के दौरान ईरान पर हमला करने की भूल इस्रायल बिल्कुल ना करे, ऐसा इशारा ईरान के अन्य एक सैन्य अधिकारी ने दिया है।

इसी दौरान, पश्‍चिमी देशों की माँगें स्वीकारने के लिए ईरान पर दबाव ड़ालने की कोशिश हुई तो इसके भीषण परिणाम होंगे। इससे अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के साथ जारी सहयोग से ईरान पीछे हटेगा, यह धमकी ईरान के संबंधित सैन्य अधिकारी ने दी है। वियना में जारी चर्चा अगले हफ्ते तक स्थगित की गई है।

इसी बीच, पिछले सप्ताह में अमरीका की यात्रा के दौरान इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने ईरान के परमाणु प्रकल्प पर हमला करने के लिए तय किए गए दिवस की जानकारी अमरीका से साझा की थी। वियना में जारी परमाणु समझौते की चर्चा हमें मंजूर नहीं है ऐसा कहकर इस्रायल ने ईरान पर हमला करने का ऐलान किया था। इसके लिए अमरीका और पश्‍चिमी देशों के समर्थन के लिए नहीं रुकेंगे, ऐसा गांत्ज़ ने कहा था। अमरीका में बायडेन के राजनीतिक विरोधियों ने भी ईरान पर हमला करने के लिए बायडेन प्रशासन के समर्थन की प्रतिक्षा ना करने की सलाह इस्रायल को दी थी।

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