सीरिया में हुए बम विस्फोट में ईरानी सेना के ‘कर्नल’ की मौत – इस्रायल ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाकर ईरान ने धमकाया

तेहरान/दमास्कस – सीरियन राजधानी दमास्कस के करीब हुए बम विस्फोट में ईरानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी ‘कर्नल दाऊद जाफरी’ की मौत हुई। ईरानी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने अपनी वेबसाईट पर इसकी जानकारी साझा की। साथ ही इस हमले के लिए ज़िम्मेदार इस्रायल को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी, ऐसी धमकी भी ईरान ने दी। सीरिया में हुए हमले पर चुप्पी बनाए रखने की भूमिका अपना रहे इस्रायल ने इसपर बयान नहीं किया है। लेकिन, इस विस्फोट में ईरान ने अपना बड़ा अधिकारी खोया हुआ दिख रहा है।

‘कर्नल’सीरिया के विभिन्न हिस्सों में अबतक हुए हवाई हमलों में ईरान के सैनिक या ईरान से जुड़ी संगठनों के आतंकी मारे गए हैं। पिछले हफ्ते में ही हमा और होम्स प्रांत पर हुए हमले मे ईरान के नियंत्रण वाले हथियारों का भंड़ार नष्ट हुआ था। इसके साथ ही ईरान से जुड़ी संगठन के आतंकियों के मारे जाने का दावा भी सीरिया की मानव अधिकार संगठन ने किया था। सीरिया की अस्साद हुकूमत ने इन हमलों के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाया था। ईरान ने इन हमलों के लिए कभी इस्रायल को धमकाया भी नहीं था।

‘कर्नल’लेकिन, सोमवार को सीरियन राजधानी दमास्कस के करीबी क्षेत्र की सड़क पर हुए विस्फोट में ईरान के वरिष्ठ सेना अधिकारी कर्नल दाऊद जाफर मारे गए। ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के वरिष्ठ अधिकारी होने वाले कर्नल जाफरी सीरिया की मुहीम में सलाहगार की भूमिका नीभा रहे थे। साथ ही कर्नल जाफरी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ में एअरोस्पेस विभाग में मिसाइल निर्माण का काम देख रहे थे। इसके अलावा कर्नल जाफरी ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी की मर्ज़ी के अधिकारी थे। इस वजह से कर्नल जाफरी का हमले मे मारे जाना ईरान के लिए बड़ा झटका समझा जा रहा है।

‘कर्नल’ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने अपने अधिकारी की हत्या के लिए इस्रायल को ज़िम्मेदार बताया है। साथ ही कर्नल जाफरी की हत्या करके इस्रायल ने बड़ा गंभीर अपराध किया हैं। इसकी बड़ी कीमत इस्रायल को चुकानी होगी, ऐसी धमकी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने दी। ईरान की सेना से संबंधित वेबसाईट से यह साझा किया हैं। इस्रायल पर ड्रोन हमलें करने के लिए ईरान अब सीरिया का इस्तेमाल कर सकता हैं या पर्शियन खाड़ी में सफर कर रहें इस्रायली कंपनियों के जहाज़ों पर हमले कर सकता है, यह दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

पिछले ११ सालों से सीरिया में गृहयुद्ध जारी है। इस संघर्ष के पीछे से ईरान और ईरान से जुड़ी आतंकी संगठन इस्रायल विरोधी गतिविधियों के लिए सीरिया का इस्तेमाल करेंगे, ऐसा इशारा इस्रायल ने दिया था। सीरिया में जारी ईरान की इन गतिविधियों को रोकने के लिए इस्रायल ने रशिया से गुहार लगायी थी। इसके बाद भी सीरिया में मौजूद ईरान और उससे जुड़ी आतंकी संगठनों की हरकतें इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित होती हैं तो सीधे सीरिया में घुसकर हमले करने की धमकी इस्रायल ने दी थी। इसके बाद के दौर में इस्रायल ने सीरिया में ४०० से भी अधिक हमले किए, ऐसा दावा हो रहा है। लेकिन, इस्रायल ने इन हमलों के लिए अधिकृत्त ज़िम्मेदारी स्वीकारी नहीं हैं।

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