आतंकी हमले की पृष्ठभूमि पर न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री द्वारा सख्त कानून के संकेत

newzealand-pm-terror-attack-3ऑकलैंड – ऑकलैंड में शुक्रवार के दिन हुआ आतंकी हमला रोकने में प्राप्त हुई नाकामी की पृष्ठभूमि पर, प्रधानमंत्री जेसिंडा ऑर्डन ने नए सख्त कानून के संकेत दिए हैं। यह हमलावर वर्ष २०१६ से ‘वॉचलिस्ट’ पर होने के बावजूद यह हमला होने से न्यूजीलैंड की सुरक्षायंत्रणा और कानून के विरोध में ज़ोरदार आलोचना हुई थी। इस दौरान, हमलावर का नाम अहमद अथील मोहम्मद शमसुद्दिन है और वह असल में श्रीलंका का इस्लामधर्मी नागरिक होने की बात कही गई है।
newzealand-pm-terror-attack-2ऑकलैंड के ‘काऊंटडाऊन’ सुपरमार्केट में शुक्रवार दोपहर के समय हुए आतंकी हमले में, ३२ वर्ष के अहमद अथील ने छुरा भोककर ७ लोगों को घायल किया था। इनमें से ३ घायलों की स्थिति काफी खराब बताई जा रही है। हमलावर ‘वॉचलिस्ट’ में होने से, उसका पीछा कर रहें पुलिस ने तुरंत सुपरमार्केट में प्रवेश करके कार्रवाई की और हमलावर को मार गिराया। लेकिन, वॉचलिस्ट पर होने के बावजूद यह हमला होने से, न्यूजीलैंड की सरकार समेत सुरक्षा यंत्रणाओं पर भी ज़ोरदार आलोचना हो रही थी।
newzealand-pm-terror-attack-1न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री आर्डन ने संदिग्ध आतंकी वॉचलिस्ट पर होने के बावजूद यह हमला रोकने में नाकाम होने पर अपनी बेबसी व्यक्त की थी। लेकिन, अब आलोचना तीव्र होने के बाद आतंकवाद विरोधी कानून अधिक आक्रामक करने के संकेत भी दिए। अगले महीने तक न्यूजीलैंड में नया कानून पारित होगा, यह बयान प्रधानमंत्री आर्डन ने किया। नए कानून में हमले की योजना बनाना और ऐसें संकेत देना अपराधिक करार दिया जाएगा और इसके लिए सजा का प्रावधान होगा, यह दावा भी सूत्रों ने किया है।
इसी बीच, ३२ वर्ष उम्र का अहमद अथील हमला करने का ड़र होने के बावजूद उसे जेल से रिहा किया गया था, यह वृत्त भी सामने आया है। इससे संबंधित मुकदमे में न्यूजीलैंड के न्यायाधीश ने पुलिस के केस संभालने की पद्धति पर नाराज़गी जताई थी। साथ ही बीते लगभग दो महीनों से ३० पुलिस का दल अहमद अथील के पीछे लगा था, यह जानकारी भी स्पष्ट हुई है।
वर्ष २०१७ में अहमद अथील ने सीरिया जाकर ‘आयएस’ में शामिल होने की कोशिश की थी। लेकिन, उसे न्यूजीलैंड के हवाई अड्डे से ही हिरासत में लिया गया था। इसके बाद उसके घर की तलाशी करने पर हथियार और कुछ विवादित फोटो भी बरामद हुए थे। एक वर्ष जेल में बंद रहने के बाद उसे रिहा किया गया था। इसके बाद वर्ष २०१८ में उसे फिर से ३ वर्ष की सज़ा हुई ती। कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने के साथ, हथियार रखने के मामले में ‘आयएस’ समर्थक अहमद अथील को हिरासत में लिया गया था। 

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