ईरान का युरेनियम संवर्धन परमाणु चर्चा के लिए मारक साबित होगा – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन

iran-uranium-nuclear-talksवॉशिंग्टन/तेहरान – ईरान युरेनियम का संवर्धन ६० प्रतिशत तक ले गया होकर, इसी मात्रा को ९० प्रतिशत तक ले जाने की क्षमता ईरान के पास है, ऐसी घोषणा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने की थी। ईरान के संदर्भ में उदार भूमिका अपनानेवाले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने भी इस पर चिंता व्यक्त की। ईरान का युरेनियम संवर्धन वियना में जारी परमाणु चर्चा के लिए उपकारी साबित नहीं होगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कहा। फिर भी ईरान इस चर्चा की प्रक्रिया में कायम रहा, इसके लिए अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने संतोष ज़ाहिर किया है।

पिछले रविवार को नातांझ न्यूक्लियर प्लांट में हुई घटना पर गुस्सा हुए ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने युरेनियम का संवर्धन ६० प्रतिशत तक ले जाने की घोषणा की थी। उसके लिए प्रगत ‘आयआर-६’ सेंट्रिफ्यूजेस का इस्तेमाल किया जाएगा, ऐसा रोहानी ने घोषित किया। वहीं, युरेनियम का संवर्धन ९० प्रतिशत तक ले जाने की चेतावनी भी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने दी थी।

iran-uranium-nuclear-talksईरान ने युरेनियम का संवर्धन ६०% तक ले जाना यानी सन २०१५ में हुए परमाणु समझौते का खुलेआम उल्लंघन है, इस बात पर अन्तर्राष्ट्रीय माध्यम गौर फरमा रहे हैं। इस समझौते के अनुसार, ईरान ने युरेनियम का संवर्धन ३.६७ प्रतिशत तक सीमित रखना आवश्यक था। लेकिन पिछले साल भर में ईरान ने युरेनियम का संवर्धन और सेंट्रिफ्यूजेस कार्यान्वित करने की रफ्तार बढ़ाकर खाड़ी क्षेत्र का तनाव और भी बढ़ाने का दावा किया जाता है।

इसी रफ्तार से अगर युरेनियम का संवर्धन जारी रहा, तो जल्द ही ईरान परमाणु बम के निर्माण के लिए आवश्यक युरेनियम का संवर्धन करेगा, ऐसी चेतावनी अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व अधिकारी ओली हेनॉनिन ने दी है। परमाणु बम के निर्माण के लिए युरेनियम का संवर्धन ९० प्रतिशत तक ले जाने की आवश्यकता होने की हेनॉनिन ने दी चेतावनी भी चिंताजनक साबित होती है।

iran-uranium-nuclear-talksऐसी परिस्थिति में, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने भी युरेनियम का संवर्धन ६० प्रतिशत तक ले जानेवाले ईरान के संदर्भ में अपनी चिंता जाहिर की। ‘ईरान ने हाल ही में उठाया कदम परमाणु समझौते के विरोध में जानेवाला है। ईरान की भूमिका को अमरीका का समर्थन नहीं है और ईरान का यह कदम परमाणु चर्चा के लिए उपकारी साबित नहीं होगा’, ऐसा बायडेन ने कहा। फिर भी वियना में जारी अप्रत्यक्ष चर्चा प्रक्रिया में ईरान कायम रहने के लिए अमरीका खुश है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने शुक्रवार को घोषित किया। बायडेन ने ईरान के परमाणु समझौते के बारे में उदार भूमिका अपनाई है।

अमरीका, ईरान तथा सुरक्षा परिषद के अन्य स्थाई सदस्यों की मौजूदगी में वियना में जारी अप्रत्यक्ष चर्चा १२वें दिन भी शुरू है। इस चर्चा से कुछ खास हाथ नहीं लगा है। ईरान परमाणु कार्यक्रम से संबंधित सभी गतिविधियाँ बंद करके परमाणु समझौते में शामिल हों, ऐसी माँग बायडेन प्रशासन ने की है। वहीं, ईरान पर लगाए सभी प्रतिबंध जब तक हटाये नहीं जाते, तब तक अमरीका की शर्तें मान्य नहीं की जाएँगी, ऐसा ईरान ने डटकर कहा है।

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