रशिया ने अमरीका को दिया जैसे को तैसा प्रत्युत्तर

russia-befitting-reply-usमास्को/वॉशिंग्टन – अमरीका ने रशिया के 10 राजनीतिक अफसरों को देश से बाहर निकालकर 30 रशियन लोग एवं संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए थे। इस पर रशिया ने जैसे को तैसा प्रत्युत्तर दिया है। रशिया ने अपने देश से 10 राजनीतिक अफसरों को बाहर निकाला है और अमरीका के आठ मौजूदा एवं पूर्व उच्चस्तरीय अफसरों को ‘ब्लैकलिस्ट’ किया है। रशिया की यह कार्रवाई दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ानेवाली है, ऐसा कहकर इस पर उचित जवाब दिया जाएगा, यह इशारा अमरिकी विदेश मंत्रालय ने दिया है।

अमरिकी जाँच एजन्सी ‘एफबीआय’ के प्रमुख क्रिस्टोफर रे, होमलैण्ड सिक्युरिटी के अलेजैंड्रो मर्योकस, एटर्नी जनरल मेरिक गारैण्ड, नैशनल इंटेलिजन्स के डायरेक्टर एव्रिल हाईस, फेडरल ब्युरो ऑफ प्रिज़न विभाग के डायरेक्टर मायकल कार्वाजल, राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के अंदरुनि नीति की सलाहकार सुसान राइस, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन इन 10 उच्चस्तरीय लोगों को रशिया ने ‘ब्लैक लिस्ट’ किया है। इस निर्णय का ऐलान करने के साथ ही रशिया ने अमरीका के 10 राजनीतिक अफसरों को देश से बाहर निकालने की कार्रवाई भी की है। रशिया यह कार्रवाई करेगी, ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी।

russia-befitting-reply-usअमरिकी विदेश मंत्रालय ने इस पर प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। अमरीका ने रशिया की घातक हरकतें रोकने के लिए रशियन राजनीतिक अफसरों को देश से बाहर खदेड़ने का एवं रशियन व्यक्ति और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया था। रशिया की हरकतों पर अमरीका ने दिया हुआ यह उचित जवाब था लेकिन, इस पर रशिया की कार्रवाई दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ानेवाली है। अमरीका को रशिया के साथ तनाव बढ़ाने में रूचि नहीं है। लेकिन, अपने खिलाफ हुई इस कार्रवाई पर जवाब देने का अधिकार अमरीका रखती है, ऐसा इशारा अमरिकी विदेश मंत्रालय ने दिया है।

इसी बीच, रशिया के खिलाफ कार्रवाई का ऐलान करने के बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष के सामने बातचीत का प्रस्ताव रखा था। लेकिन, रशिया ने यह प्रस्ताव ठुकराया है। इससे पहले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की आलोचना करके उन्हें हत्यारा कहा था। इस वजह से दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए राजनीतिक स्तर की चर्चा शुरू होना फिलहाल मुमकिन ना होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने सत्ता प्राप्त करने के बाद रशिया को अमरीका का सबसे बड़ा शत्रु होने का ऐलान किया था।

russia-befitting-reply-usरशिया अमरीका का शत्रु और चीन स्पर्धक देश होने का बयान बायडेन ने किया था। इससे पहले के ट्रम्प प्रशासन की तरह हमारा प्रशासन रशिया के सामने झुकेगा नहीं, ऐसा इशारा भी बायडेन ने दिया था। इस वजह से ट्रम्प के कार्यकाल में कुछ मात्रा में सामान्य हुए रशिया-अमरीका संबंध बायडेन के कार्यकाल में काफी बिगड़ेंगे, यह बात स्पष्ट हो रही थी।

युक्रैन के मुद्दे पर रशिया ने काफी आक्रामक भूमिका अपनाई है। साथ ही राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के राजनीतिक विरोधी नॉवेल्नी की रिहाई के लिए अमरीका की माँग रशिया ने ठुकराई है। इस वजह से आनेवाले दिनों में अमरीका और रशिया के बीच फिर से शीतयुद्ध जैसा बैर स्थापित हुआ है, ऐसा विश्‍वभर के विश्‍लेषक कह रहे हैं।

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