ईरान के ‘अंडरग्राउंड ड्रोन’ अड्डों के कारण खाड़ी क्षेत्र में खतरा बढ़ा – इस्रायली अभ्यास गुट का दावा

तेल अवीव – यूक्रेन पर हमला करने के लिए ईरान से अधिक ड्रोन प्राप्त करने की तैयारी में रशिया है, ऐसा आरोप अमरीका ने लगाया था। व्हाईट हाउस के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने यह आरोप लगाकर रशिया और ईरान के इस सहयोग पर गंभीर चिंता जताई थी। इसके बाद इस्रायल के एक ‘थिंक टैंक’ ने ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के ‘अंडरग्राउंड ड्रोन’ अड्डों की जानकारी सार्वजनिक की है। इन अड्डों पर रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने ड्रोन्स के स्वार्म तैयार रखे हैं, ऐसी चेतावनी इस थिंक टैंक ने अपनी रपट में दी है। यह अड्डा होर्मूझ की खाड़ी से करीब होने से इससे पूरे खाड़ी क्षेत्र के लिए काफी बड़ा खतरा बनता हैं, ऐसी गंभीर चेतावनी भी ‘अल्मा सेंटर’ नामक अभ्यास गुट ने दी है। 

‘अंडरग्राउंड ड्रोन’यूक्रेन पर हमला करने के लिए ईरान काफी मात्रा में रशिया को ड्रोन्स की आपूर्ति कर रहा हैं, ऐसा आरोप अमरीका लगा रही है। साथ ही होर्मुझ की खाड़ी में ईरान की जारी गतिविधियां चिंताजनक स्तर पर जा पहुंची हैं, ऐसा अमरीका का कहना है। इसी वजह से अमरीका ने अपने युद्धपोत खाड़ी क्षेत्र के लिए रवाना करने का निर्णय किया था। इस पृष्ठभूमि पर ईरान के ‘अंडरग्राउंड ड्रोन’ अड्डे की जानकारी साझा करके इस्रायल के ‘अल्मा सेंटर’ ने इस मुद्दे पर अमरीका की चिंता अधिक बढ़ाई दिख रही है। इस्रायल की उत्तरी सीमा से होने वाले खतरों की जानकारी सार्वजनिक करने वाले स्वतंत्र अभ्यास गुट के तौर पर अल्मा सेंटर की पहचान है।

फार्स प्रांत के शिराज स्थित झार्गो पहाड़ियों के करीब रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने इस ड्रोन अड्डे का निर्माण किया है। वहां पर भारी मात्रा में लड़ाकू विमानों की भी तैनाती है। साथ ही वहां विभिन्न तरह के ड्रोन्स के स्वार्म यानी ड्रोन्स के समूह तैयार रखे गए हैं। इसका कमांड और कंट्रोल सेंटर इसी अड्डे पर होने का बयान इस अभ्यास गुट ने किया है। यह अड्डा शिराज हवाई अड्डे से करीबन दस किलोमीटर दूरी पर होने की जानकारी साझा करके अल्मा सेंटर ने इसके ‘सैटेलाईट फुटेज’ भी जारी किए हैं। 

अमरीका ईरान के ड्रोन्स को लेकर चिंता जता रही हैं और इसी दौरान सामने आयी यह जानकारी ध्यान आकर्षित करती है। रणनीति के नज़रिये से सोचा जाए तो ईरान का यह ‘अंडरग्राउंड ड्रोन’ अड्डा होर्मुझ की खाड़ी से काफी करीब होने की ओर पर भी अल्मा सेंटर ने ध्यान आकर्षित किया है। इससे ना की सिर्फ इस्रायल को, बल्कि पूरे खाड़ी क्षेत्र को खतरा बनता है, ऐसा अल्मा सेंटर का कहना है। इस्रायल से इजिप्ट के कैरो तक हमला करने की क्षमता के यूएव्हीज्‌‍ ईरान के पास हैं और ऐसे में इस अड्डे को काफी बड़ी सामरिक अहमियत प्राप्त है, ऐसा इस अभ्यास गुट की रपट में कहा गया है।

इससे पहले ईरान के ड्रोन अड्डों पर इस्रायल ने हमले करने की खबरें पिछले वर्ष मार्च महीने में प्रसिद्ध हुई थी। इस्रायल ने अधिकृत स्तर पर इस हमले की कबुली नहीं दी है, फिर भी इससे ईरान का भारी नुकसान होने की बात कही जा रही है। ईरान ने इसपर प्रतिशोध लेने की धमकियां भी दी थी। इस पृष्ठभूमि पर ईरान के ‘अंडरग्राउंड ड्रोन’ अड्डे की सामने आयी जानकारी सभी का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। खास तौर पर अमरीका द्वारा ईरान विरोधी प्राप्त हो रही चेतावनियों पर गौर करें तो इस्रायली अभ्यासगुट ने साझा की हुई इस जानकारी की अहमियत काफी बढ़ी हैं। 

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