ईरान को प्रदान अवसर की खिड़की फिर से बंद हो रही है – परमाणु समझौते पर फ्रान्स की ईरान को चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र – ‘परमाणु समझौते के लिए ईरान को इससे अच्छा प्रस्ताव नहीं मिलेगा। अब इस अवसर का स्वीकार करके निर्णय करना है या नहीं, यह ईरान को ही तय करना है। लेकिन, ईरान के लिए खोली गई अवसर की यह खिड़की फिर से बंद हो रही है’, ऐसे स्पष्ट शब्दों में फ्रान्स ने ईरान को सुनाया।

संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा के लिए न्यूयॉर्क पहुँचे फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन और ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्रहिम रईसी के बीच परमाणु समझौते पर बातचीत हुई। इससे पहले ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिकी समाचार चैनल से बातचीत करते समय परमाणु समझौते के लिए तैयार रहने का बयान किया था। लेकिन, इस परमाणु समझौते के बदले में ईरान को अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से गारंटी चाहिये, यह माँग राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने की थी।

बायडेन के बाद अमरीका का कोई भी राष्ट्राध्यक्ष कभी भी इस परमाणु समझौते से पीछे नहीं हट सकेगा, ऐसा ईरान ने अपनी माँग में कहा था। लेकिन, इस माँग को स्वीकारना असंभव है, ऐसा बायडेन प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट किया था। परमाणु समझौते की बातचीत में शामिल फ्रान्स ने ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की इस माँग पर प्रतिक्रिया दर्ज की, एवं ईरान को परमाणु समझौते के लिए शीघ्रता करने की गुहार लगाई।

साल २०१५ का परमाणु समझौता पूनर्जीवित करने के लिए पिछले महीने ही यूरोपिय महासंघ ने ईरान के सामने प्रस्ताव रखा था। इससे अच्छा प्रस्ताव ईरान को इसके बाद कभी नहीं मिलेगा। इसलिए ईरान इस प्रस्ताव का स्वीकार करे’, ऐसा इशारा फ्रान्स की विदेशमंत्री कैथरिन कोलोना ने दिया। साथ ही इस परमाणु समझौते के लिए पश्चिमी देशों ने ईरान को बहाल की हुई अवसर की खिड़की फिर से बंद हो रही है, इसका अहसास फ्रान्स के विदेशमंत्री ने कराया।

ईरान की नई माँगों के कारण अमरीका के साथ परमाणु समझौता नहीं हो सका, ऐसी खबरें अमरिकी माध्यमों ने दी थीं। साथ ही ईरान पर कार्रवाई करने के लिए इस्रायल के हाथ बांधे हुए नहीं हैं, यह घोषणा अमरीका ने की थी। इस्रायल ने इस पर संतोष व्यक्त किया था। लेकिन, पिछले हफ्ते बायडेन प्रशासन ने परमाणु समझौता अब भी मुमकिन होने का ऐलान किया। इससे परमाणु समझौता पूनर्जीवित होने की संभावना बढ़ी, ऐसा दावा किया जा रहा है।

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