ईरान विश्व को धोका दे रहा है और ऐसे में इस्रायल बिल्कुल शांत नहीं बैठेगा – इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख की चेतावनी

जेरूसलम – ‘अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान विश्व को धोखा दे रहा है और ऐसे में इस्रायल बिल्कुल शांत नहीं बैठेगा’, ऐसी चेतावनी अमरीका के दौरे पर पहुँचे इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख डेविड बार्नी ने दी। साथ ही अमरीका के सामने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित कुछ संवेदनशील जानकारी रखने का बयान बार्नी ने किया। पिछले कुछ दिनों से बायडेन प्रशासन ईरान के परमाणु समझौते से किनारा करने के संकेत दे रहा है। इस्रायल के चुनावों के लिए बायडेन प्रशासन परमाणु समझौते की बलि चढ़ा रहा है, यह आरोप ईरानी माध्यम लगा रहे हैं।

अमरीका और ईरान जल्द ही परमाणु समझौता करेंगे, ऐसे दावे अमरिकी माध्यमों ने ही बायडेन प्रशासन के अधिकारियों के दाखिले से किए थे। आनेवाले कुछ दिनों में यह समझौता पूरा होगा, यह विश्वास अमरिकी माध्यमों ने व्यक्त किया था। लेकिन, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और इस्रायली प्रधानमंत्री येर लैपिड की फोन पर हुई बातचीत के बाद यह परमाणु समझौता मुमकिन ना होने का ऐलान अमरिका ने किया था। साथ ही ईरान को परमाणु हथियार से सज्जित ना होने देने के निर्णय पर अमरीका ड़टी होने की गवाही भी बायडेन प्रशासन ने दी थी।

साथ ही आत्मसुरक्षा के लिए ईरान पर कार्रवाई करने से इस्रायल के हाथ बांधे नहीं जाएँगे, यह राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने स्वयं ही इस्रायली प्रधानमंत्री  को फोन करके कहा था, यह अमरिकी राजदूत ने घोषित किया था। इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ के प्रमुख डेविड बार्नी अमरीका के दौरे  पर निकलने से पहलें बायडेन प्रशासन ने यह ऐलान किया था। बार्नी ने भी अपने दौरे में अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा सीआईए, एवं मुख्य जाँच यंत्रणा एफबीआई, राष्ट्रीय सुरक्षा कौन्सिल और पेंटॅगॉन और सुरक्षा बल प्रमुख के साथ हुई मुलाकात के दौरान आक्रामक भूमिका रखी।

अपने अमरीका दौरे में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर इस्रायल ने प्राप्त की हुई संवेदनशील खुफिया जानकारी बायडेन प्रशासन और गुप्तचर यंत्रणा के सामने रखने की जानकारी बार्नी ने प्रदान की। ऐसें में ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर पूरे विश्व को धोखा दे रहा है और ऐसे में इस्रायल शांत नहीं बैठेगा, यह बार्नी ने कहा। अमरिकी सुरक्षा यंत्रणा के प्रमुख ने भी ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित नहीं होने देंगे, यह वादा किया, ऐसी जानकारी बार्नी ने इस्रायल लौटने के बाद साझा की।

इसी बीच बायडेन प्रशासन ने इस्रायल की लैपिड सरकार को बचाने के लिए परमाणु समझौते की बलि चढ़ाई, यह आरोप ईरान की वृत्त संस्था ने लगाया। इस्रायल की लैपिड सरकार अल्पमत में हैं। जल्द ही इस्रायल में और एक चुनाव का ऐलान हो सकता है। ऐसा हुआ तो पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू फिर से सत्ता में आ सकते हैं, यह दावा इस्रायल के विश्लेषक कर रहे हैं। यदि नेत्यान्याहू सत्ता में आते हैं तो वे परमाणु समझौते को अहमियत नहीं देंगे। इस पृष्ठभूमि पर लैपिड की सरकार को बचाने के लिए बायडेन प्रशासन परमाणु समझौते को हटा रहा है, ऐसा इस वृत्तसंस्था का कहना है।

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