बायडेन प्रशासन ईरान से परमाणु समझौता करता है तो इस्रायल के साथ सहयोग भूल जाए – अमरीका में इस्रायली राजदूत का इशारा

जेरूसलम – अमरीका में सरकार की ड़ोर संभालने के तीन हफ्ते बीतने के बाद भी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री से बातचीत नहीं की है। इससे प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू का कुछ नहीं बिगड़ा है। लेकिन, अमरीका ने ईरान के साथ परमाणु समझौता किया तो फिर इस्रायल बायडेन प्रशासन के साथ सहयोग नहीं करेगा, ऐसा इशारा अमरीका में नियुक्त इस्रायल के राजदूत गिलाड एर्दान ने दिया है। इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दो दिन पहले भी ईरान से सहयोग करके इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरा बना रहे बायडेन प्रशासन का तीव्र विरोध करने का इशारा दिया था।

biden-iran-nuclear-israelअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सरकार की ड़ोर संभालते ही तीसरे दिन इस्रायल के प्रधानमंत्री को फोन किया था। लेकिन, बायडेन ने राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ ग्रहण करने के बाद तीन हफ्ते बीते हैं। फिर भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने इस्रायल के प्रधानमंत्री से चर्चा नहीं की है। इससे अमरीका की संयुक्त राष्ट्रसंघ में पूर्व राजदूत निक्की हैले ने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की तीव्र आलोचना की थी। तभी, इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण करके बायडेन का प्रशासन आतंकी ईरान को अरबों डॉलर्स की सहायता प्रदान करेगा क्या? ऐसा सवाल अमरीका के पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने किया था।

संयुक्त राष्ट्रसंघ में इस्रायल के पूर्व राजदूत डैनी डेनॉन ने बीते हफ्ते में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने चर्चा किए देशों की सूचि सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध की थी। इस वजह से काफी विवाद निर्माण हुआ था। इस पर वाईट हाऊस एवं इस्रायल में नियुक्त अमरिकी राजदूत ने खुलासा करते समय यह बयान किया था कि, बायडेन जल्द ही प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू से चर्चा करेंगे। इस पर नेत्यान्याहू के विश्‍वस्त और अमरीका में नियुक्त इस्रायल के राजदूत गिलाड़ ने तीखे शब्दों में आलोचना की है।

‘कोरोना वायरस की महामारी और आर्थिक संकटों जैसी गंभीर समस्याओं के कारण बायडेन को इस्रायल के प्रधानमंत्री से चर्चा करना संभव नहीं हुआ होगा। इस वजह से प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू का कुछ नहीं बिगड़ा है’, यह बयान गिलाड ने किया। लेकिन, बायडेन प्रशासन ने ईरान के साथ परमाणु समझौता किया तो फिर इस्रायल अमरीका से सहयोग नहीं करेगा, यह इशारा गिलाड ने दिया।

biden-iran-nuclear-israelअमरीका ने ईरान से परमाणु समझौता करके प्रतिबंध शिथिल किए तो अब तक जो हासिल हुआ है वह सबकुछ खोना पड़ेगा, ऐसा इशारा इस्रायली राजदूत ने किया। इससे पहले ट्रम्प प्रशासन ने ईरान पर लगाए आर्थिक प्रतिबंध कायम रखने पर या अधिक प्रतिबंध लगाए तो ही ईरान सच्चे मायने में समझौते की बातचीत करने के लिए तैयार हो सकेगा, ऐसा सुझाव गिलाड ने रखा था।

इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने दो दिन पहले भी ईरान के साथ परमाणु समझौता करने की तैयारी में होनेवाले बायडेन प्रशासन को चेतावनी दी थी। ‘अमरीका के किसी भी सियासी दल के नेता इस्रायल की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध रहेंगे, इस्रायल भी उनके समर्थन में खड़ा रहेगा। लेकिन, ईरान के परमाणु समझौते का समर्थन कर रहे और इस विकल्प के साथ इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरा बननेवाले नेताओं को और सियासी दलों को इस्रायल का सख्त विरोध होगा। फिर वह सत्तापक्ष डेमॉक्रैट पार्टी के होते हुए भी उनका विरोध किया जाएगा’, ऐसी कड़ी चेतावनी नेत्यान्याहू ने दी थी।

इसी बीच, परमाणु समझौते में शामिल होने के लिए ईरान ने अमरीका को अगले रविवार तक अवधि प्रदान की है। इस दौरान हमारे खिलाफ लगाए सभी प्रतिबंध हटाकर अमरीका बिना शर्त परमाणु समझौते में शामिल हो, ऐसी माँग ईरान ने की है।

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