रशिया-यूक्रेन युद्ध और फेडरल रिज़र्व की संभावित निर्णय की पृष्ठभूमि पर एशियाई और यूरोपिय शेअर बाज़ारों की गिरावट

टोकियो/ब्रुसेल्स – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने किया ऐलान और फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याजदर संबंधित होनेवाले निर्णय की पृष्ठभूमि पर बुधवार को एशिया और यूरोप के शेअर बाज़ारों में बड़ी गिरावट हुई। जापान, दक्षिण कोरिया एवं चीन के शेअर निदेशांक की एक प्रतिशत से अधिक गिरावट देखी गई। इसी बीच यूरोपिय शेअर बाज़ारों में भी आधे से एक प्रतिशत गिरावट हुई। शेअर बाजारों की जारी इस गिरावट के दौरान सोना, ईंधन और सरकारी बांड़ की माँग बढ़ती देखी गई।

यूरोप की शीर्ष अर्थव्यवस्था फ्रान्स और जर्मनी के शेअर बाज़ारों की गिरावट हुई। इसके बाद यूरोप के केंद्रीय शेअर निदेशांक ‘यूरो स्टॉक्स 50’ और ‘यूरोपिअन स्टॉक्स 600’ इन दोनों निदेशांक की भी एक प्रतिशत गिरावट हुई। जर्मनी की ईंधन कंपनी युनिपर के शेअर्स की 20 प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई। इस दौरान जापान के शीर्ष शेअर निदेशांक ‘निक्केई’ एवं दक्षिण कोरिया के ‘हैंगसेंग’ और चीन के ‘ब्ल्यू चिप्स’ निदेशांक की भी एक से डेढ़ प्रतिशत गिरावट हुई।

शेअर बाज़ारों की जारी गिरावट के दौरान सोने, ईंधन और सरकारी बांड़ की माँग बढ़ने की जानकारी माध्यम एवं विश्‍लेषकों ने साझा की हैं। ईंधन की कीमतों में तीन प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। निवेषक अधिक से अधिक सुरक्षित क्षेत्र में अवसर तलाशने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना हैं। चीन की अर्थव्यवस्था में भी गिरावट शुरू होने से निवेषकों में चिंता का माहौल होने की बात कही जा रही हैं।

अमरीका की सेंट्रल बैंक फेडरल रिज़र्व ने ब्याजदर 0.75 प्रतिशत बढ़ाने के संकेत दिए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद भी अमरिकी अर्थव्यवस्था में ज्यादा सुधार होने की आशा नहीं, यह विशेषज्ञों का दावा किया हैं। कुछ आर्थिक विशेषज्ञों ने अमरीका और यूरोप की शीर्ष अर्थव्यवस्था पहले से मंदी में होने की चेतावनी दी हैं। इस पृष्ठभूमि पर निवेषकों को पहुँच रहें नुकसान का दायरा अधिक बढ़ सकता हैं, ऐसें संकेत नई गिरावट से प्राप्त हो रहे हैं।

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