‘होलोकास्ट’ को नाकारने की मानसिकता के कारण ही ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने देना मुमकिन नहीं – इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख अविव कोशावी

जेरूसलम/तेहरान – ‘आम आदमी के तौर पर दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नाज़ी जर्मनी के तानाशाह हिटलर ने यहूदियों पर किए अत्याताचारों को जानने के लिए इतिहासकार या संशोधक होने की आवश्यकता नहीं है। इतिहास की इस दर्दनाक सच्चाई से इंकार करनेवाला कोई भी देश सर्वसंहारक हथियारों से सज्जित होना बर्दाश्त नहीं कर सकता। ऐसे देश पर भरोसा करना मुमकिन नहीं होगा’, ऐसा इशारा इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख अविव कोशावी ने दिया।

ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा के लिए रवाना होने से पहले रविवार को अमरिकी समाचार चैनल को साक्षात्कार दिया। इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने हिटलर ने यहूदियों के संहार पर आशंका जतायी। ‘इतिहास में घटी हुई घटनाओं का संशोधन और इतिहासकारों द्वारा पूरी जाँच होनी चाहिये। इस घटना के कुछ संकेत मिलते हैं। ऐसा होता है तो इसकी जाँच करें’, ऐसी माँग करके राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने यहूदियों के नरसंहार पर सवाल उठाए, ऐसा दावा अमरिकी समाचार चैनल ने किया।

अगले कुछ ही घंटों में इस पर इस्रायल से सामने आयी प्रतिक्रियाओं में काफी गुस्सा दिखाई दिया। इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख ने यहूदियों के नरसंहार से इंकार कर रहें ईरान और इस देश के परमाणु कार्यक्रम पर विश्वास ना करें, यह आवाहन किया। यहूदियों के वंशसंहार और इस्रायल के अस्तित्व को नकार रहे ईरान के राष्ट्राध्यक्ष को इस्रायल प्रति द्वेष फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ के मंच का इस्तेमाल ना करने दें, यह माँग राष्ट्रसंघ में इस्रायल के राजदूत गिलाड एर्डन ने की। ईरान में कत्ल कर रहे रईसी को संबोधन करने की अनुमति मिली तो संयुक्त राष्ट्रसंघ की प्रतिष्ठा अधिक गिरेगी, ऐसा एर्डन ने कहा।

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