इस्रायल-कुर्द गैस पाइपलाइन को लक्ष्य करने के लिए ईरान ने इराक में किए थे मिसाइल हमले

– इराक और तुर्की के अधिकारियों की जानकारी

बगदाद/अंकारा – दो सप्ताह पहले ईरान ने इराक के कुर्दीस्तान प्रान्त पर १२ मिसाइलें दागीं थी| इस हमले के ज़रिये इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ के खुफिया अड्डे को लक्ष्य करने का दावा ईरान ने किया था| लेकिन, आर्थिक और व्यापारी संबंधों को खतरा निर्माण होने के कारण ईरान ने इस कार्यवाई को अंजाम ना देने की बात सामने आ रही है| इराक के कुर्दिस्तान से तुर्की के रास्ते यूरोप तक गैस पाईपलाईन का निर्माण करने की इस्रायल की कोशिशों को झटका देने के लिए ईरान ने यह हमले किए थे| इराक और तुर्की के अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था से यह जानकारी साझा की|

israel-kurds-gas-pipelineरशिया-यूक्रैन युद्ध शुरू होते ही यूरोपिय देशों का ईंधन संकट बढ़ रहा है| यूरोपिय देशों को अब तक यूक्रैन के रास्ते रशिया से ईंधन की आपूर्ति हो रही थी| लेकिन, इस युद्ध की वजह से यूरोपिय देशों की ईंधन आपूर्ति को खतरा निर्माण हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर यूरोपिय देश अपनी ईंधन की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए खाड़ी के ईंधन उत्पादक देशों से चर्चा कर रहे हैं| लेकिन, ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत में हुए हमले के बाद इससे संबंधित अधिक जानकारी सामने आयी है|

इराक और तुर्की के अधिकारियों ने नाम घोषित ना करने की शर्त पर इस हमले की जानकारी साझा की| अमरीका के मित्रदेशों को इशारा देने के लिए ईरान ने कुर्दिस्तान के इरबिल में मिसाइल हमले किए| १३ मार्च के दिन इरबिल में स्थित इस्रायल के खुफिया ठिकाने पर कार्रवाई करने का ऐलान ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् ने किया था| लेकिन, ईरान ने इस्रायली ठिकाने पर नहीं, बल्कि ‘बाज़ करीम बर्ज़ान्जी’ नामक कुर्द उद्यमी के आलिशान निवास पर हमला किया था, यह दावा इराकी अधिकारी ने किया है|

कुछ दिन पहले बर्ज़ान्जी के इसी विला में अमरीका और इस्रायली अधिकारियों की दो बार बैठक हुई थी| इस दौरान कुर्दिस्तान के ईंधन वायु को पाइपलाइन के ज़रिये तुर्की के रास्ते यूरोप को प्रदान करने की बात पर चर्चा हुई थी| इस बैठक में बर्ज़ान्जी भी मौजूद थे, ऐसा इराक के अधिकारी का कहना है| तुर्की के अधिकारी ने भी अमरीका और इस्रायल की ऐसी बातचीत होने की बात कबूली है|

अपने क्षेत्र में अमरीकी और इस्रायली अफसरों की किसी भी तरह की चर्चा नहीं हुई, ऐसा कुर्दिस्तान की सरकार ने कहा है| इसी बीच ईरान ने इस मुद्दे पर बयान करना टाल दिया| लेकिन, ईरानी सुरक्षा विभाग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर बोलते हुए इस्रायल को इशारा दिया| ‘इरबिल का यह हमला कई लोगों के लिए स्पष्ट संदेश था| ईरान और ईरान के पड़ोसी देशों में ऊर्जा से लेकर कृषि क्षेत्र तक आप कुछ भी करना चाहें, फिर भी उसे सच्चाई में उतरने नहीं दिया जाएगा’, ऐसी धमकी इस ईरानी अधिकारी ने दी|

इराक और सीरिया के साथ अन्य क्षेत्र के कुर्दवंशी स्वतंत्र कुर्दिस्तान के निर्माण की कोशिश कर रहे हैं और यह हमारा अधिकार होने की बात वे कह रहे हैं| इसके लिए इश्रायल हमारी सहायता करे, यह उम्मीद कुर्द नेताओं ने कई बार व्यक्त की थी| उन्हें इस्रायल से प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है| इराक के कुर्दिस्तान जैसे स्वायत प्रांत से इस्रायल को ईंधन प्राप्त हो रहा था| फिलहाल यूक्रैन युद्ध की वजह से इस्रायल के साथ कुर्दों का यह सहयोग काफी अहम साबित हो सकता है| सीधे यूरोप को ईंधन की आपूर्ति करने की इस्रायल एवं कुर्दवंशियों की कोशिश कभी सफल नहीं होने देंगे, ऐसा ईरान ने दो हफ्ते पहले किए हमले से दिखाई दे रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.