ईरान से जुडे गुट इस्रायली सीमा पर जा टकराए – ईरानी सेना अधिकारी का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान – ईरान एवं ईरान से संबंधित हमास एवं हिजबुल्लाह के गुट सीधे इस्रायल की सीमा से टकराए है| इस्रायल विरोधी संघर्ष में इन गुटों को ईरान के सहायता की बिल्कुल आवश्यकता नहीं| हमास एवं हिजबुल्लाह यह गुट इस्रायल पर भारी पड़ेंगे, ऐसा दावा ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी ने किया है| साथ ही ईरान ने हमास की तरफ इस्रायल के मिसाइल भंडार की गोपनीय जानकारी देने की मांग की है| जल्द ही हमास एवं हिजबुल्लाह इस्रायल पर हमले की तैयारी में होने के संकेत ईरान के घोषणा से मिलने की बात इस्रायल के माध्यम कह रहे हैं|

ईरान के लष्कर के उपप्रमुख ब्रिगेडियर जनरल महदी रब्बानी ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए इस्रायल को धमकी दी है| इराक, सीरिया, लेबनान और गाजापट्टी में ईरान का प्रभाव रोकने में इस्रायल असफल ठहरा है| आज ईरान का प्रभाव लेबनान और गाजापट्टी तक बढ़ा है और हिजबुल्लाह एवं हमास इन ईरान से संबंधित गुटों ने इस्रायल के सीमा के पास अड्डे ठोके हैं| यह दोनों ईरान से संबंधित गुट बड़े तादाद में शस्त्र सज्ज होकर इस्रायल पर हमलें करने के लिए उन्हें ईरान की सहायता की आवश्यकता नहीं है| हिजबुल्लाह के मिसाइल इस्रायल के अधिकतम शहरों को लक्ष्य कर सकते हैं, ऐसी चेतावनी ब्रिगेडियर जनरल रब्बानी ने दी है|

ईरान के लष्कर का सामर्थ्य प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और खाड़ी क्षेत्र में कोई भी देश ईरान के सामने टिक नहीं सकता| ईरान का लष्कर इस युद्ध में यकीनन जीतेगा, ऐसा दावा भी ईरान के लष्कर के उपप्रमुख ब्रिगेडियर जनरल रब्बानी ने किया है| आनेवाले १० वर्षों में खाड़ी में नहीं बल्कि इस क्षेत्र के बाहरी कोई भी देश ईरान के लष्करी सामर्थ के पास भी नहीं आ सकता| ईरान के पास होनेवाले मिसाइलों के सामर्थ्य की वजह से खाड़ी क्षेत्र में और उसके बाहरी देश ईरान विरोधी कार्रवाईयॉं नहीं कर सकते, ऐसा रब्बानी ने कहा है| ईरान के मिसाइलों की मारक क्षमता प्रतिदिन बढ़ने का दावा रब्बानी ने किया है|

लेबनान में हिजबुल्लाह को ईरान ने शस्त्र प्रदान किए हैं| तथा इस्रायल की सीमा के पास मिसाइलों के कारखाने शुरू होने का आरोप इस्रायल ने पहले ही किया था| तथा गाजापट्टी में हमास एवं इस्लामिक जिहाद इन आतंकवादी संगठनों को भी ईरान ने शस्त्र सज्ज किया है, यह आरोप इस्रायल ने किया था| पिछले महीने में हमास के नेताओं ने ईरान को दिए भेंट में लष्करी सहयोग के बारे में चर्चा करने की खबरें इस्रायली माध्यमों ने प्रसिद्ध की थी|

इस चर्चा में ईरान ने हमास को तीन करोड डॉलर की सहायता देने का आश्वासन दिया है| पर उसके बदले में हमास के सामने इस्रायल के लष्करी ठिकानों की गोपनीय जानकारी प्रदान करने की मांग ईरान ने रखी है| इसमें इस्रायल के मिसाइलों की क्षमता एवं उनके तैनाती के बारे में ईरान ने जानकारी मांगी है, यह दावा इस्रायली वृत्त माध्यम ने किया है| इसकी वजह से ईरान जल्द ही इस्रायल पर हमले की तैयारी में होता दिखाई दे रहा है|

दौरान पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में ईरान की कार्रवाइयों को रोकने के लिए अमरिका ने मित्र देशों का मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू की है और इस मोर्चे में इस्रायल भी शामिल हो रहा है| इस पृष्ठभूमि पर ईरान एवं ईरान से संबंधित गुट इस्रायल की सीमा तक जा पहुंचने की चेतावनी ध्यान केंद्रित कर रही है|

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