चीन की परमाणु पनडुब्बी पर अमरीका तक पहुंचने की क्षमता वाले अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल तैनात

वॉशिंग्टन – चीन के ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी नेवी’ ने अपने परमाणु पनडुब्बियों पर अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल तैनात किए हैं। इसके ज़रिये चीन की पनडुब्बियां सीधे अमरीका पर धावा बोल सकती हैं और यह बात अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसका दाखिला देकर चीन की हर गतिविधि पर अमरीका कड़ी नज़र रखे हुए होने का इशारा अमरीका ने दिया है। इसी बीच चीन कह रहा है कि, अंतरमहद्वीपीय मिसाइलों की तैनाती को अमरीका फिजूल अहमियत देकर इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रही है।

पिछले हफ्ते इंडोनेशिया में आयोजित ‘जी २०’ समिट के दौरान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के बीच बैठक हुई। तीन घंटे चली इस बैठक में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने कोरोना, ताइवान एवं अन्य मुद्दों पर काफी सौम्य भूमिका अपनाने की आलोचना हुई थी। इसी दौरान बाली में इस समिट के दौरान चीन ने ‘जिन’ वर्ग के छह परमाणु पनडुब्बियों पर ‘जेएल-३’ अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों की तैनाती की। अमरीका की प्रमुख वृत्तसंस्था ने यह जानकारी प्रसिद्ध की।

इससे पहले चीन की नौसेना का हिस्सा रहे ‘जेएल-२’ बैलेस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता ७,२०० किलोमीटर थी। अब ‘जेएल-३’ अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल १० हज़ार किलोमीटर की दूरी का लक्ष्य भी नष्ट कर सकता है, यह दावा चीन की यंत्रणाओं ने किया था। इनमें से ‘जेएल-२’ की तैनाती का ऐलान चीन ने किया था। साथ ही ‘जेएल-३’ की तैनाती में देरी होने का बयान भी चीन ने किया था। ऐसी स्थिति में परमाणु पनडुब्बियों पर इस मिसाइल की तैनाती करके चीन ने बड़ा निर्णय किया है, ऐसा दावा अमरिकी वृत्तसंस्था कर रही है।

चीन के रक्षा मंत्रालय ने ही सन २०२१ के सैन्य रपट में अमरीका को लक्ष्य करने की क्षमता के मिसाइल्स तैनात करने की बात कही थी, इसकी याद अमरिकी वृत्तसंस्था ने ताज़ा की। साउथ चायना सी और बोहाई की खाड़ी में तैनात चीन की पनडुब्बियों से दागी  गई यह मिसाइल अमरीका तक पहुँचेगी, ऐसी चेतावनी चीन की सैन्य रपट में दी गई थी। इस पर अमरिकी वृत्तसंस्था ने ध्यान आकर्षित किया।

अमरीका के ‘इंडो-पैसिफिक कमांड’ के प्रमुख एडमिरल सैम पैपेरो ने चीन की इस नई तैनाती पर आपत्ति जताई। इन मिसाइलों का निर्माण ही अमरीका को धमकाने के लिए किया गया है, ऐसा बयान करके एडमिरल पैपेरो ने यह भी स्पष्ट किया कि, अमरीका इन पनडुब्बियों पर कड़ी नज़र रखे हुए है। इसी बीच, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के मुखपत्र ग्लोबल टाईम्स ने अमरीका के आरोप खारिज किए हैं। चीन को परमाणु अस्त्रों की धमकी दे रहे देशों से सुरक्षा हेतु बैलेस्टिक मिसाइल्स की तैनाती होने की बात चीनी मुखपत्र ने कही है।

इसी बीच, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीनी नौसेना की गतिविधियाँ बड़ी चिंताजनक हैं। इससे अमरीका एवं इस क्षेत्र के अमरिकी मित्रदेशों की सुरक्षा को खतरा होने का इशारा अमरीका के ‘इंडो-पैसिफिक कमांड’ ने कुछ ही दिन पहले दिया था।

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