इटली में अफ्रीकी निर्वासितों के तीव्र प्रदर्शन; सरकारी कार्यालयों पर हमला करने की कोशिश

रोम, दिनांक. १८: इटली में पिछले सप्ताह ‘रेफ्युजी सेंटर’ में लगी आग में, एक अफ्रीकी निर्वासित की मौत हो जाने के पश्‍चात् भड़क उठे निर्वासितों ने सीधे सरकारी कार्यालयों पर हमला कर दिया| इस समय हुई गोलीबारी में कुछ निर्वासितों के साथ साथ पुलिस भी ज़ख्मी हो गए| नये वर्ष में, निर्वासितों द्वारा किये गए प्रदर्शनों को हिंसक मोड़ आ जाने की इटली में होनेवाली यह दूसरी घटना साबित हुई है| इससे इटली की सुरक्षाव्यवस्था पर प्रश्‍नचिन्ह लग चुका है|

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इटली के फ्लोरेन्स प्रांत के ‘सेस्तो’ विभाग में निर्माण किए गए ‘रेफ्युजी सेंटर’ में पिछले हफ़्ते आग लगी थी| इस आग में अली मुसे नामक अफ्रीकी निर्वासित की मृत्यु हो गई थी| इसके ज़िम्मेदार स्थानीय प्रशासन है, यह आरोप अन्य निर्वासितों ने लगाया था| उल्लेखित घटना के पश्‍चात् मुसे की अंत्येष्टि सुयोग्य रीति से की जाये; साथ ही, अन्य निर्वासितों के आवास की व्यवस्था भी शीघ्र की जाये, ऐसी माँग की गयी थी|

अपनी इस माँग को स्थानीय प्रशासन नज़रअंदाज़ कर रहा है, ऐसा आरोप लगाकर, उसकी पूर्ति करवाने निर्वासितों ने सीधे प्रशासकीय कार्यालय पर धावा बोल दिया| इस दौरान, निर्वासितों के समूह ने ‘शेम’ की घोषणा करते हुए सरकार के खिलाफ बैनर दिखाये| कुछ लोगों ने सड़क पर लेटकर यातायात ठप्प करने की कोशिश की| इसके पश्‍चात् निर्वासितों ने शासकीय कार्यालय में भी घुसने की कोशिश की, जिसे स्थानिक पुलिस ने नाक़ाम कर दिया| लेकिन इस समय हुई गोलीबारी में, निर्वासितों सहित कुछ पुलिसों के भी ज़ख्मी होने के बारे में जानकारी दी गई है|

सेस्टो के मेयर द्वारा हस्तक्षेप किये जाने पर प्रदर्शनों को रोक दिया गया होकर, निर्वासितों के लिए शीघ्र ही नये आवास की व्यवस्था करने का आश्वासन किया; उसीके साथ, आग में मृतक हुए निर्वासित की अंत्येष्टि सुयोग्य रीति से शासकीय खर्च से की जायेगी, यह घोषणा भी मेयर ने की| इस घटना के पश्‍चात् मेयर लॉरेन्झो फाल्ची ने, निर्वासितों के भीड के कारण निर्माण होनेवाली समस्याओं पर मात करने के लिए अन्य शहर भी मदद करें, ऐसा आवाहन भी किया|

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नये वर्ष में, निर्वासितों द्वारा इटली में किये गए प्रदर्शन की यह दूसरी गंभीर घटना है| इससे पहले उत्तर-पूर्वी इटली के कोना इलाकें में एक अफ्रीकी महिला निर्वासित की मृत्यु के पश्‍चात् निर्वासितों ने प्रदर्शन शुरू किये थे| इस निदर्शन के दौरान, शासकीय मुख्यालय पर हमला करके कर्मचारियों को बंधक बनाकर रखने की घटना घटित हुई थी| संतप्त निर्वासितों ने मुख्यालयों के कुछ हिस्सों में आग लगाकर बिजली संवहन सुरक्षा को भी खंडित कर दिया था| पुलिस द्वारा किये गए अथक प्रयासों के पश्‍चात्, बंधक बनाकर रखे गये कर्मचारियो को रिहा करने में सफलता प्राप्त हुई थी|

बिलकुल दो सप्ताह में ही एक के बाद एक घटित होनेवालीं इन घटनाओं के कारण, इटली में दाखिल होनेवालें निर्वासितों की भीड एवं अपर्याप्त सुरक्षा, इन मुद्दों को अब अंजाम देने की ज़रूरत अत्यधिक महसूस होने लगी है| कोना जैसे इलाक़े में भी, जहाँ पर स्थानीय जनसंख्या चंद २०० के लगभग होने के बावजूद भी पूरे डेढ़ हज़ार निर्वासितों को आश्रय दिया गया था| सेस्टो जैसे क्षेत्र में, निर्वासितों पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध नहीं है, यह बात स्थानीय मेयर के आवाहन से स्पष्ट हुई है| पिछले सालभर में, इटली मे लगभर पौने दो लाख निर्वासितों के दाखिल होने की जानकारी संबंधित यंत्रणाओं द्वारा दी गई है|

निर्वासितों पर नियंत्रण बनाये रखने के लिए युरोपीय देशों के पास सुयोग्य सुरक्षा एवं अन्य सुविधाओं का अभाव होने के कारण विभिन्न देशों में लगातार दंगलबाज़ी की घटनाएँ घटित होने लगी हैं| दो महीनें पहले, बल्गेरिया में हुई दंगल में, पूरे एक हज़ार से भी अधिक निर्वासितों का सहभाग था| उस समय, जर्मनी, ऑस्ट्रिया एवं स्वीत्जरलँड जैसे देशों में, निर्वासितो के गुटों द्वारा स्थानीय लोगों पर किये जा रहे हमलों का प्रमाण चिंताजनक होता चला जा रहा है|

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