इटली और जर्मनी के चुनाओं में राष्ट्रवादी गुट का सत्ता में बने दलों को झटका

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररोम/बर्लिन: कुछ महीनों पहले हुए यूरोपिय संसद के चुनाव में राष्ट्रवादी विचारधारा के गुटों को अच्छी सफलता प्राप्त हुई थी| इसके बाद इटली, ऑस्ट्रेलिया और हंगेरी की घटनां से इन गुटों का प्रभाव कम होने के दावे यूरोप के विश्लेषक कर रहे थे| पर, यूरोप में इटली और जर्मनी इन दो प्रमुख देशों में हुए चुनाव के बाद इन दावों की मिट्टी हुई है| इटली में मैटिओ सैल्व्हिनी ने लेफ्ट विचारधारा के नेताओं का वर्चस्व होनेवाले क्षेत्रों में विजय प्राप्त की है और जर्मनी मेंअल्टरनेटिव्ह फॉर जर्मनीने चान्सेलर एंजेला मर्केल के गठबंधन को झटका दिया है|

दो महीनों पहले इटली के मैटिओ सैल्व्हिनी ने सत्तारूढ गठबंधन से बाहर निकलने का निर्णय किया था| उसके बाद उनके विरोधकपीडीएवंएमएस५इन सियासी दलों को साथ लेकर सरकार बनाई थी| इस नई सरकार के गठन के बाद इटली में पहली बार प्रांतिक चुनाव किए गए| सेंट्रल इटली केउम्प्रिआमें हुए चुनाव में सैल्व्हिनी और उन्होंने बनाए राष्ट्रवादी विचारधारा के गठबंधन ने विजय प्राप्त की है|

उम्ब्रिआप्रांत में पिछले पांच दशकों से लेफ्ट विचारधारा के दलों का वर्चस्व एवं सत्ता थी| पर, शरणार्थियों के विरोध में आक्रामक भूमिका रखनेवाले सैल्व्हिनी एवं राष्ट्रवादी गठबंधन ने पहली बार लेफ्टीस्ट का यह वर्चस्व तोड दिया है| राष्ट्रवादी विचारधारा केलीग पार्टीसमेतब्रदर्स ऑफ इटलीऔरफोर्जा इटालियाइन दलों के गठबंधन ने ५७ प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त किए है| यह जीत निर्णायक एवं इटली में लेफ्ट विचारधारा की वर्चस्व को झटका देनेवाली साबित होने से सियासी दायरे में जोरदार सनसनी फैली है|

इस जीत से इटली में सत्ता संभाल रहे समाजवादी एवं लेफ्ट विचारधारा के गुटों के गठबंधन को लेकर सवाल खडा हुआ है| इटली के कुछ माध्यमों ने उम्ब्रिआ में लेफ्ट की हुई हार यह सरकार की हार है और उनकी विश्वासार्हता में दरार बनने का दावा किया है| साथ ही इटली को जल्द ही चुनाव का सामना करना होगा, यह दावा भी किया गया है|

इटली के साथ जर्मनी में भी राष्ट्रवादी विचारधारा कीअल्टरनेटिव्ह फॉर जर्मनीको उम्मीद से भी अधिक कामयाबी मिली है| ‘थुरिंगिआप्रांत में हुए चुनाव मेंअल्टरनेटिव्ह फॉर जर्मनीने २३ प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त करके चान्सेलर मर्केल कीसीडीयूदल को झटका दिया| पांच वर्ष पहले इसी प्रांत मेंअल्टरनेटिव्ह फॉर जर्मनीको मात्र १० प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे| इस वजह से इस दल ने अपना जनाधार बढाने में कामयाबी हासिल की है, यही बात चुनावी नतिजों से दिख रही है| सत्तापक्ष के गठबंधन को लगा झटका सियासी गणित बदलनेवाला साबित हो सकता है, यह भी कहा जा रहा है|

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