सायबर हमले की चपेट में १५० देश; नये सायबर हमले की आशंका बढ़ने पर विशेषज्ञों की चेतावनी

लंडन, दि. १४ :  १५०  से अधिक देशों में हुए अबतक के सबसे बड़े सायबर हमले के बाद, इस हमले से अधिक बड़ा सायबर हमला जल्द ही हो सकता है, ऐसी चेतावनी विशेषज्ञों ने दी है| रशियन बँक, ब्रिटीश स्वास्थ्य सेवाओं समेत अमरीका की जानीमानी फेडएक्स कंपनी से लेकर कई देशों की सरकारी यंत्रणाओं तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों के दो लाख से अधिक कम्प्युटर्स ब्लॉक करनेवाले इस सायबर हमले की जाँच विश्‍वभर की जाँच एजन्सियाँ कर रही हैं| लेकिन इस सायबर हमले का कितने कम्प्युटर्स पर असर हुआ है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, ऐसा विशेषज्ञों ने कहा है|

सायबर हमलेशुक्रवार की रात को रशिया, ब्रिटन, जर्मनी, चीन, स्पेन, पोर्तुगाल तथा भारत समेत कई देशों में सायबर हमला हुआ था| अमरीका के ‘नॅशनल सिक्युरिटी एजन्सी’ ने विकसित किए ‘इटरनल ब्ल्यू’ कोड का इस्तेमाल करके किए गए इस सायबर हमले की व्याप्ति और बढ़ी है| शनिवार को तकरीबन ९९ देशों के ७५ हजार कंम्प्यूटर्स की भारी मात्रा में हानि हुई है, ऐसा कहा जा रहा था| लेकिन रविवार तक यह संख्या १५० देशों तक पहुँची है और सायबर हमला हुए कम्प्युटर्स की संख्या दो लाख तक पहुँची है|

‘युरोपियन युनियन एजन्सी फॉर लॉ इन्फोर्समेंट कॉपरेशन’ के (युरोपोल) प्रमुख रॉब वेनराईट ने, इस हमले का दायरा और भी बड़ा हो सकता है, ऐसा कहा है| लोग जब काम पर पहुचेंगे और अपना कम्प्युटर शुरू करेंगे तभी सायबर हमला हुए कम्प्युटर की संख्या और बढ़ेगी, ऐसा वेनराईट ने कहा|

‘वॉनाक्राय’ नाम के इस ‘रॅन्समवेअर’ का हमला हुए कम्प्युटर्स को पुन्हा सही ढंग से चालू करने के लिए ३०० डॉलर्स के फिरौती की माँग की गई है| अगर तीन दिन के अंदर यह फिरौती नहीं दी गई और सात दिन के अंदर फिरौती की रक्कम ‘बिटकॉईन’ इस आभासी चलन के रूप में खातों में जमा नहीं की गई, तो कम्प्युटर पर रहनेवाली सारी जानकारी नष्ट करने की धमकी दी गई है|

‘बीबीसी’ इस वृत्तवाहिनी के विश्‍लेषको द्वारा किये गये दावों के अनुसार, हमलावरों को अब तक फिरौती के रूप में २८ हजार ४५८ डॉलर्स प्राप्त हुए हैं, ऐसा अंदाज़ा जताया जा रहा है| इस मामले में हालाँकि हमलावरों तक पहुँचने में अब तक कामयाबी नहीं मिली है, लेकिन इस अनजाने हमलावरों तक पहुँचने के लिए, उनको पकडने के लिए सभी रास्तों का इस्तेमाल किया जायेगा, ऐसा ब्रिटन की नॅशनल क्राईम एजन्सी ने कहा है|

लेकिन ब्रिटन की ही, ‘मालवेअरटेक’ इस सायबर सुरक्षा क्षेत्र के संस्था ने, आगे का सायबर हमला जल्द ही होगा, ऐसी चेतावनी दी है| ‘युरोपोल’ के प्रमुख वेनराईट ने भी ऐसा ही डर जताया है| शुक्रवार को हुए इस हमले के बाद कम्प्युटर में जो जानकारी है, उसे कैसे पन: प्राप्त किया जा सकता है, इसके लिए कोशिश जारी है| लेकिन इसके आगे होनेवाला हमला रोका नहीं जा सकता| ‘वॉनाक्राय’ इस ‘रॅन्समवेअर’ को अधिक विकसित करके यह हमला किया जायेगा| शायद यह हमला सोमवार के दिन ही हो सकता है, ऐसा ‘मालवेअरटेक’ के विशेषज्ञों ने कहा है|

साथ ही, मायक्रोसॉफ्ट की विंडोज सिस्टम का सॉफ्टवेअर पॅच जिस कम्प्युटर में लोड होगा, वह कम्प्युटर सुरक्षित रहेंगे, ऐसा दावा ‘मालवेअरटेक’ ने किया है| 

गौरतलब है की भारत पर भी इस हमले का असर हुआ है| रविवार को इसके बारे कुछ अधिक जानकारी प्राप्त हुई है| आंधप्रदेश पुलीस के कुछ कम्प्युटर्स पर यह हमला हुआ है| भारत में कई बँकों के एटीएम विंडोज प्रणाली पर आधारित हैं| इनमें से ७० प्रतिशत एटीएम का अपडेटेशन ही नहीं हुआ है, इस वजह से ये एटीएम्स हमले के शिकार हो सकते हैं, ऐसी चिंता जताई जा रही है|

‘इंडियन कॉम्प्युटर ईमर्जन्सी रिस्पॉन्स टीम’ (सीईआरटी-इन) ने इस संदर्भ में अधिक दक्षता दिखानी चाहिए, ऐसी सूचना केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सभी विभागों को दी गयी है| कम्प्युटर में क्या इन्स्टॉल करना चाहिए और क्या नहीं, इसकी सूचि ही रक्षा विभाग, शेअर बाजार, हवाई अड्डे, बँक्स और अन्य सार्वजनिक संस्थाओं को दी गई है| साथ ही, मायक्रोसॉफ्ट द्वारा उपलब्ध कराया गया सिक्युरिटी पॅच कम्प्युटर पर अपलोड करने की सूचना दी गई है| इसके अलावा मायक्रॉसॉफ्ट ने, ‘विंडोज एक्सपी’, ‘विंडोज ८’ और ‘विंडोज सर्व्हर २००३’ का अगला अपडेट भी उपलब्ध कराया है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.