‘वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम’ परिषद में, बचावात्मक आर्थिक नीति के खिलाफ चीन के राष्ट्राध्यक्ष की चेतावनी

डॅव्होस, दिनांक १८ :‘वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम’ की डॅव्होस में होनेवाली परिषद में बोलते हुए चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने वैश्‍विकीकरण का जोरदार समर्थन किया| साथ ही, अमरीका के नियोजित राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित बचावात्मक आर्थिक नीति का स्वीकार करना अर्थात स्वयं को किसी कमरे में बंद कर लेने के समान है| इससे तूफान एवं वर्षा इनसे सुरक्षा जरुर मिलेगी परन्तु प्रकाश एवं हवा नहीं मिलेगी, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने कहा| साथ ही, व्यापारयुद्ध में भी कोई विजयी नहीं हो पायेगा, ऐसा कहकर जिनपिंग ने, चीन अमरीका के साथ व्यापार युद्ध नहीं छेड़ेगा, ऐसे संकेत दिये|

‘वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम’

अमरीका के नियोजित राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की शपथविधि के दो दिन पहले चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने, डॅव्हेस में किये अपने भाषण में ट्रम्प की प्रस्तावित बचावात्मक आर्थिक नीति की जोरदार आलोचना की ऐसा जान पडता है| ‘वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम’ के मंच पर से पहली ही बार बात करते समय राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने यह स्पष्ट किया कि चीन वैश्‍विक प्रक्रिया का समर्थक है। ‘ट्रम्प के नेतृत्व में अमरीका ने यदि बचावात्मक आर्थिक नीति का स्वीकार करके वैश्‍विकीकरण की प्रक्रिया में अवरोध उत्पन्न करने की कोशिश की, तो चीन अमरीका का स्थान लेने के लिए तैयार रहेगा’ ऐसी स्पष्ट चेतावनी जिनपिंग ने इस बार दी| वैश्‍विकीकरण की प्रक्रिया के लिए चीन द्वारा खोला गया दरवाजा इसके आगे भी खुला ही रहेगा’ ऐसा उन्होंने स्पष्ट किया|

‘वैश्‍विकीकरण की प्रक्रिया को शुरुआती दौर में ‘अलीबाबा की गुफा’ के रूप में देखा जाता था| ‘इसमें काफ़ी अधिक खज़ाना छिपाकर रखा गया होगा’ ऐसा लगता था| परन्तु फिलहाल कइयों की दृष्टि से यह वैश्‍विकीकरण की प्रक्रिया, ‘जिसमें से अतर्क्य कुछ बाहर आता है, ऐसा ‘पँडोराज् बॉक्स’ बन चुकी है’ ऐसा दावा राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने किया| फिलहाल दुनिया पर आन पड़ी आर्थिक समस्याओं का दोष आर्थिक उदारीकरण की प्रक्रिया पर नहीं थोपा जा सकता| सन २००८ में छायी मंदी के लिए प्रचंड नफ़ाखोरी की वृत्ति कारणीभूत साबित हुई, यह चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट किया| राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग इस तरह से वैश्‍विकीकरण का समर्थन कर रहे हैं, यह काफ़ी महत्त्वपूर्ण है| लेकिन ऐसे दावें करना और उसके अनुसार कृति करना, इनमें ज़मीन-आसमान का फ़र्क़ है| जब तक चीन द्वारा, वैश्‍विकीकरण की प्रक्रिया को अधिक गतिमान बनानेवालीं नीतियाँ एवं सुधार अपनाये नहीं जाते, तब तक उनकी बातों पर विश्‍वास नहीं किया जा सकता, ऐसा अर्थविशेषज्ञो का मानना है|

इसी दौरान डॅव्होस में, राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने अमरीका के उपराष्ट्राध्यक्ष जो बिडेन से मुलाक़ात की| ‘राष्ट्राध्यक्ष ओबामा के कार्यकाल में अमरीका एवं चीन के बीच सहकार्य दृढ़ हो चुका है’ ऐसा कहकर जिनपिंग ने इसपर सन्तोष व्यक्त किया| दोनों देशों के बीच इसी तरह सहयोग क़ायम बनाये रखना सभी के हित में होगा, यह विश्‍वास भी उन्होंने दिलाया| वैसे ही, ‘वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम’ के मंच पर से किये अपने भाषण में चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने यह संकेत भी दिया कि व्यापारयुद्ध में कोई भी विजयी नहीं हो सकता है और चीन अमरीका के साथ व्यापारयुद्ध छेड़ने के लिए उत्सुक नहीं है; मग़र फिर भी यदि अमरीका चीन को इसके लिए प्रवृत्त करती है, तो इसमें अमरीका का भी ज़बरदस्त नुकसान होगा, ऐसी चेतावनी चिनी राष्ट्राध्यक्ष के वक्तव्य में से मिल रही है|

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