रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया वोस्तोक युद्धाभ्यास का निरीक्षण

मास्को – रशिया के अतिपूर्व के क्षेत्र और ‘सी ऑफ जापान’ में जारी ‘वोस्तोक २०२२’ युद्धाभ्यास में रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन मौजूद रहे। पिछले छह महीनों से यूक्रेन के साथ युद्ध जारी है और इसी बीच रशिया ने इस बड़े युद्धाभ्यास का आयोजन करके अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन किया है, ऐसी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। ऐसे में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन द्वारा इस युद्धाभ्यास का निरीक्षण करने से इस युद्धाभ्यास की अहमियत अधिक बढ़ी है।

पिछले गुरुवार को ५० हज़ार सैनिक, विध्वंसक, लड़ाकू विमान, हेलिकॉप्टर्स, टैंक, बख्तरबंद वाहन और तोपों के साथ लगभग पांच हज़ार ‘वेपन युनिटरस्‌‍’ के साथ ‘वोस्तोक २०२२’ युद्धाभ्यास की शुरुआत हुई। रशिया समेत पूर्व सोवियत देश एवं भारत, चीन, लाओस, मंगोलिया, निकारगुआ और सीरिया के सैनिक और विध्वंसक भी शामिल हैं। बुधवार तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास का आयोजन रशिया के अति पूर्व क्षेत्र में स्थित सात सैन्य ठिकानों के साथ इसका आखरी चरण ‘सी ऑफ जापान’ के करीबी समुद्री क्षेत्र में किया गया।

पिछले छह महीनों से यूक्रेन और रशिया का युद्ध जारी है। इस युद्ध में रशियन सेना के हज़ारों सैनिक लड़ रहे हैं और रशियन रक्षाबलों की काफी ताकत यहां पर इस्तेमाल हो रही है। इसके बावजूद यूक्रेन युद्ध में व्यस्त रशिया असहाय्य नहीं है। अब भी भारी मात्रा में सैन्य क्षमता मौजूद है, यही दिखाने का काम रशिया ने ‘वोस्तोक २०२२’ युद्धाभ्यास के ज़रिये किया है। इसकी गूंज पूरे विश्व में सुनाई दे रही है।

रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने भी एक ओर यूक्रेन युद्ध जारी होने की स्थिति में दूसरी ओर अपनी अंतरराष्ट्रीय बैठक जारी रखी थी। कुछ हफ्ते पहले राष्ट्राध्यक्ष पुतिन सेंट पीट्सबर्ग इकॉनॉमिक फोरम में मौजूद थे। साथ ही पूर्व सोवियत देशों का दौरा करके ईरान और तुर्की के नेताओं से भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने चर्चा की थी। ऐसे में अब मंगलवार को राष्ट्राध्यक्ष पुतिन वोस्तोक युद्धाभ्यास के निरीक्षण करने के लिए गए हुए थे। रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ‘सी ऑफ जापान’ में हो रहे इस युद्धाभ्यास में रशिया और चीन के विध्वंसकों के प्रदर्शन का निरीक्षण किया।

रशिया के बाद इस युद्धाभ्यास में चीन ने सबसे अधिक सैनिक और लड़ाकू विमान एवं विध्वंसक उतारे हैं। ‘सी ऑफ जापान’ के युद्धाभ्यास में रशिया और चीन के विध्वंसकों के समावेश के दौरान रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने अपनी मौजूदगी दिखाकर चीन के साथ अपना सहयोग मज़बूत होने का संदेश दिया है, यह दावा पश्चिमी माध्यम कर रहे हैं। रशिया और चीन के विध्वंसकों ने सी ऑफ जापान में किए इस युद्धाभ्यास पर जापान ने आपत्ति जतायी है। इस युद्धाभ्यास के प्रति जापान बहुत गंभीर है, ऐसा इशारा जापान सरकार ने दिया है। साथ ही इस युद्धाभ्यास की वजह से इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा है। इसके खिलाफ जापान आवश्यक कदम उठाए बिना नहीं रहेगा, यह चेतावनी जापान सरकार ने दी है।

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