अफ़गानिस्तान को सहायता प्रदान करने के लिए शर्तें रखनेवाले पाकिस्तान को भारत की फटकार

नई दिल्ली – अफ़गानिस्तान को भारत द्वारा प्रदान हो रही मानवीय सहायता रोककर उस पर शर्तें लगाने वाले पाकिस्तान को भारत ने फटकार लगाई है| इस मानवीय सहायता पर रखी जा रही शर्तें भारत स्वीकार नहीं करेगा, यह भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है| अफ़गानिस्तान के लिए भारत ने तकरीबन पचास हज़ार मेट्रिक टन गेहूँ और ज़रूरी दवाईयों की सहायता की तैयारी शुरू की है| लेकिन, भारतीय ट्रकों से इसकी आपूर्ति ना हो और यह सहायता पाकिस्तान की सीमा पर भारत छोड़े, बाद में पाकिस्तान ही अफ़गानिस्तान को यह सहायता प्रदान करेगा, ऐसी शर्त पाकिस्तान की सरकार ने रखी थी|

भारत की फटकारतालिबान ने अफ़गानिस्तान की सत्ता हथियाने के बाद अफ़गान जनता को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय सहायता बंद हुई है| इससे अफ़गान जनता पर भूखमरी का संकट टूटा है और ठंड़ के मौसम में यह संकट भयंकर स्वरूप धारण करेगा, ऐसा इशारा अंतरराष्ट्रीय संगठन दे रहा है| ऐसे समय में अनाज की किल्लत से परेशान इस देश की जनता को भारत ने पचास मेट्रिक टन गेहूँ और ज़रूरी दवाईयों की आपूर्ति करने की तैयारी कर ली है| ७ अक्तुबर के दिन भारत ने इससे संबंधित प्रस्ताव भेजकर पाकिस्तान से इस सहायता के लिए रास्ता उपलब्ध कराने का आवाहन किया था|

भारत से अफ़गानिस्तान को इतनी बड़ी मात्रा में सहायता प्रदान होने के बाद अफ़गान जनता में भारत की छवि अधिक चमकेगी, इस चिंता से पाकिस्तान परेशान होने की बात सामने आयी थी| इसी कारण पाकिस्तान ने इस प्रस्ताव का जवाब देने में काफी सयम जाया किया| २४ नवंबर के दिन पाकिस्तान ने इसके लिए तैयारी दर्शाई थी| लेकिन, इसके लिए पाकिस्तान ने काफी कुछ शर्तें भी रखीं| इसकी जानकारी कुछ ही दिन पहले माध्यमों ने सार्वजनिक की| भारत के ट्रकों से सहायता हेतु भेजा गए गेहूँ और दवांईया पाकिस्तान की सीमा पर छोड़ दे और इसके बाद पाकिस्तान के ट्रक्स इस सहायता को अफ़गानिस्तान पहुँचाएँगे, ऐसा पाकिस्तान ने कहा था|

भारत की फटकारफिलहाल पाकिस्तान में भी अनाज की किल्लत और महंगाई कोहराम मचा रहे हैं| इस वजह से भारत ने अफ़गानिस्तान के लिए भेजा जानेवाला अधिकांश गेहूँ पाकिस्तान में ही इस्तेमाल होने की बड़ी संभावना है| इसे ध्यान में रखते हुए भारत ने पाकिस्तान की इस मॉंग को नकारा है और मानवीय सहायता के लिए किसी भी तरह की शर्त स्वीकारना संभव ना होने का इशारा भी दिया| इस विषय पर पाकिस्तान से चर्चा जारी है और इसकी जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी, ऐसा भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा| साथ ही अफ़गानिस्तान के मसले पर समान नज़रिया रखनेवाले देशों से भारत चर्चा कर रहा है, ऐसा सूचक बयान भी बागची ने इस दौरान किया|

पाकिस्तान ने ऐसे अड़ंगा ड़ालने की भूमिका की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की अधिक बदनामी हो सकती है| एक ओर अफ़गान जनता के लिए रुदन कर रहा पाकिस्तान मानवीय सहायता के लिए अपना रास्ता खोलने जैसे न्यूनतम सहयोग के लिए भी तैयार ना होने का संदेश अफ़गानिस्तान समेत पूरे विश्‍व को मिला है| इस वजह से पाकिस्तान को अफ़गान जनता से कुछ लेना देना नहीं है और विध्वंसक मानसिकता का यह देश ऐसें भयंकर मानवी आपत्ति के दौर में भी स्वार्थी नीति अपना रहा है| भविष्य में पाकिस्तान को इससे काफी बड़ा नुकसान पहुँच सकता है| इस पर तालिबान की भी प्रतिक्रिया प्राप्त हो सकती है|

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