सन २०२४ तक देश में नौं परमाणु रिएक्टर्स कार्यान्वित होंगे

नई दिल्ली – सन २०२४ तक देश में नौं नए परमाणु रिएक्टर्स और नया न्युक्लियर प्लांट कार्यान्वित होनेवाले हैं। उसी के साथ, कोरोना की महामारी के दौर में १२ नए परमाणु रिएक्टर्स के निर्माण की अनुमति दी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंग ने यह जानकारी दी।

परमाणु रिएक्टर्सतमिलनाडु और आंध्र प्रदेश इन राज्यों में अब तक न्युक्लियर रिएक्टर्स का निर्माण किया जा रहा था। लेकिन अब केंद्र सरकार ने अन्य राज्यों में भी न्युक्लियर रिएक्टर्स का काम शुरू किया है। सन २०२४ तक हरियाणा के गोरखपुर में नया न्युक्लियर रिएक्टर बनेगा, ऐसा जितेंद्र सिंग ने कहा।

अनुमति दिए गए १२ नए न्युक्लियर रिएक्टर्स की क्षमता नौ हज़ार मेगावॅट इतनी होगी। क्लीन एनर्जी के संदर्भ में अपनाई गई नीति सामने रखकर इन न्युक्लियर रिएक्टर्स का निर्माण किया जा रहा है, ऐसी जानकारी जितेंद्र सिंग ने दी।

देश में परमाणु ऊर्जा निर्माण तेज़ हों, इसलिए सरकार ने परमाणु ऊर्जा विभाग को संयुक्त प्रोजेक्ट का निर्माण करने की अनुमति दी है। इससे पहले इस प्रकार की अनुमति नहीं दी गई थी, इस पर जितेंद्र सिंग ने गौर फरमाया। साथ ही, तमिलनाडु के कुडनकुलम् के ‘युनिट ५’ और ‘युनिट ६’ का काम साल के अंत तक शुरू होगा, ऐसा विश्वास जितेंद्र सिंग ने ज़ाहिर किया है।

कुडनकुलम् परमाणु रिएक्टर की क्षमता फिलहाल दो हज़ार मेगावॅट इतनी है। लेकिन ये नए परमाणु रिएक्टर कार्यान्वित होने के बाद यह क्षमता छह हज़ार मेगावॅट तक बढ़ेगी, ऐसी जानकारी जितेंद्र सिंग ने दी।

भारत अभी भी बिजली के लिए कोयले पर निर्भर होकर, इसके द्वारा देश में बड़े पैमाने पर बिजली का निर्माण किया जाता है। लेकिन आनेवाले समय में प्रदूषण बढ़ानेवाले इस बिजली के विकल्प का अवलंब कम करने के लिए भारत ने प्रयास शुरू किए हैं। इसके लिए परमाणु ऊर्जा के निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। जितेंद्र सिंग ने दी जानकारी से यह बात नए से अधोरेखांकित हो रही है।

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