‘पुलवामा’ में हुए हमले के बाद भारत को दुनिया भर से समर्थन

वॉशिंगटन/नवी दिल्ली – पुलवामा में हुआ हमला भयंकर है, यह कहकर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने भारत को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया है| साथ ही पाकिस्तान ने इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करे, यह मांग अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने रखी है| इस हमले के लिए जिम्मेदार ‘जैश’ का प्रमुख मौलाना मसूद अजहर पर कार्रवाई करने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव रखने का ऐलान फ्रान्स ने किया है| फ्रान्स के इस प्रस्ताव पर समर्थन देने का ऐलान भी ब्रिटेन ने किया है. वही, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका की संसद ने पुलवामा में हुए हमले की कडी निंदा करने हेतू प्रस्ताव पारीत किया है|

फरवरी १४ के दिन पुलवामा में सीआरपीएफ के जत्थे पर हुए हमले में ४०जवान शहीद हुए थे| इस हमले की जिम्मेदारी ‘जैश’ के आतंकियों ने स्वीकारी थी| उसके बाद भारत ने पाकिस्तान घेरने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बडी मात्रा में राजनीतिक मुहीम शुरू की थी| इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी अच्छा समर्थन मिल रहा है और इस परिस्थिति में पाकिस्तान की बडी घबडाहट हो रही है| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने पुलवामा में हुआ हमला भयंकर था, यह कहकर भारत के लिए अपना पूरा समर्थन रहेगा यह ऐलान किया है| इस हमले से जुडे रिपोटर्स हमें प्राप्त हुए है| और इसपर हम सही समय पर बात करेंगे’, ऐसा कहकर ट्रम्प ने पाकिस्तान की घबडाहट बढाई है|

अमरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ताने भी भारत के लिए समर्थन देने का ऐलान करते समय इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगोंपर पाकिस्तान कडी कार्रवाई करे, ऐसी मांग की है| फ्रान्स ने पुलवामा हमले की कडे शब्दों में निंदा की है और मसूद अजहर पर कार्रवाई करने के लिए सुरक्षा परिषद में ठराव पारीत करने की तैयारी दिखाई है| भारत में नियुक्त फ्रान्स के राजदूत अलेक्जांडर झिग्लर इन्होंने यह जानकारी दी है और जल्द ही यह प्रस्ताव सुरक्षा परिषद में रखा जाएगा, यह कहा है| साथ ही पिछले दो वर्षों से फ्रान्स इसके लिए कोशिस कर रहा है, ऐसा दवा भी झिग्लर इन्होंने किया है| ब्रिटेन ने भी फ्रान्स से रखे जानेवाले इस प्रस्ताव को समर्थन देने का ऐलान किया है|

न्यूजीलैंड की संसद ने पुलवामा हमले की कडे शब्दों में निषेध किया है और इस विरोध में प्रस्ताव भी मंजूर किया है| दक्षिण अफ्रीका की संसद ने भी इसी तरह का प्रस्ताव सहमति से मंजूर करके भारत का समर्थन किया है| दुनिया के प्रमुख देशों से भारत को प्राप्त हो रहा यह समर्थन पाकिस्तान और चीन पर दबाव बढा रहा है| वर्ष २०१७ में संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में फ्रान्स और ब्रिटेन ने मसूद अजहर पर कार्रवाई करने के लिए पहल करक प्रस्ताव पेश किया था| लेकिन, चीन ने नकाराधिकार का इस्तेमाल करके यह प्रस्ताव ठुकराया था|

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