भारत-फ्रान्स नौसेना का युद्धाभ्यास शुरू

कोची/गोवा – भारत और फ्रान्स की नौसेना ने ‘वरूण २०१९’ युद्धाभ्यास शुरू किया है| यूरोप की सबसे बडी विमानवाहक युद्धपोत यानी फ्रान्स की ‘चार्ल्स दी गॉल’ इस युद्धाभ्यास के लिए भारत की समुद्री क्षेत्र में दाखिल हुई है| इस युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि पर उप-नौसेनाप्रमुख ए.के.चावला इन्होंने भारतीय नौसेना अब प्रतिक्रियावादी नही रही बल्कि सक्रिय होने का काफी अहम संदेशा दिया है| नौसेना की सुरक्षा संबंधी ब्यौरा करनेवाली परिषद में उप नौसेनाप्रमुख चावला बोल रहे थे|

पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय नौसेना की गतिविधियों में बढोतरी हुई थी| इससे खबराए पाकिस्तानी युद्धपोत और पनडुब्बीयां अपने क्षेत्र से बाहर निकलने का साहस नही कर पा रही है, यह बात भी सामने आ रही है| कुछ दिन पहले चीन की नौसेना के ७० वे स्थापना दिन के अवसर पर आयोजित समारोह में भी पाकिस्तान के युद्धपोत शामिल नही हुई थी| भारतीय नौसेना के युद्धपोत हिंद महासागर से पैसिफिक महासागर तक के समुद्री क्षेत्र में अपना प्रभाव बढाकर चीन को इशारा दे रहे है| भारत और फ्रान्स की ‘वरूण २०१९’ युद्धाभ्यास की यह पृष्ठभूमि होने की बात कही जा रही है| यह युद्धाभ्यास भारत और फ्रान्स का सामरिक सहयोग मजबूत करनेवाला साबित होगा, यह विश्‍वास दोनों देशों के अधिकारी व्यक्त कर रहे है|

इस दौरान, कोची में नौसेना की सुरक्षा संबंधी बैठक हो रही है| इस बैठक में सुरक्षा का ब्यौरा लिया जा रहा है| इस दौरान बोलते समय भारतीय नौसेना के दक्षिणी विभाग के प्रमुख वाइस एडमिरल ए.के.चावला इन्होंने किया वक्तव्य ध्यान आकर्षित कर रहा है| भारतीय नौसेना अब प्रतिक्रियावादी नही रही| बल्कि, भारतीय नौसेना अब सक्रिय हुई है और अपने समुद्री क्षेत्र में हुकूमत कर रही है, यह दावा वाइस एडमिरल चावला इन्होंने किया|

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