हफ्ते में दुसरी बार हुआ बैलेस्टिक ‘के-४’ मिसाइल का परीक्षण

नई दिल्ली: पूरे पाकिस्तान और चीन के काफी हिस्से को अपने दायरे में रखनेवाली बैलेस्टिक ‘के४’ मिसाइल का शुक्रवार के दिन भारत ने दुबारा परीक्षण किया| यह इसी हफ्तें में किया गया दुसरा परीक्षण है और इस के साथ ही पाकिस्तान की बेचैनी बढने की खबरें प्राप्त हुई है|

शुक्रवार के दिन विशाखापट्टनम के निकट समुद्र में ‘के४’ का परीक्षण किया गया| भारतीय नौसेना के बेडे में दाखिल इस अंतरमाद्विपीय मिसाईलों के दायरे में चीन के कई शहर आते है| यह बैलेस्टिक मिसाइल परमाणु पनडुब्बी ‘आयएनएस अरिहंत’ पर तैनात करने की तैयारी शुरू है| इस नजरिए से यह परीक्षण हो रहे है| रविवार को भी परमाणु ‘आयएनएस अरिहंत’ पनडुब्बी से ‘के४’ का परीक्षण किया गया|

पनडुब्बी से हमला करने की क्षमता रखने वाले दो बैलेस्टिक मिसाइल भारत ने विकसित किए है| इसी में ‘के४’ शामिल है और अन्य मिसाइल ‘बीओ५’ नाम से जाना जाता है| ‘बीओ५’ मिसाइल ७०० किलोमीटर दूरी तक हमला करने के लिए उपयुक्त सिद्ध हुआ है|

ऐसे में ‘के४’ के परीक्षण पिछले वर्ष नवंबर महीने में शुरू करने का प्लैन था| पर, बंगाल की खाडी में लगातार उठें झंझावात के कारण यह परीक्षण रद्द किए गए थे| अब भारतीय नौसेना के बेडे में ‘के४ मिसाइल तैनात करने के नजरिए से परीक्षण हो रहे है| ‘के४’ मिसाइनल ‘आईएनएस अरिहंत’ पर तैनात होने से भारतीय नौसेना की ताकत में बढोतरी होगी| इशसे चीन और पाकिस्तान की परेशानी और भी बढ सकती है|

इससे पहले भारत ने ‘के४’ का परीक्षण करने पर जवाब में पाकिस्तान ने गुरूवार के दिन अपने परमाणु ‘गझनवी’ मिसाइल का परीक्षण किया था| पर ३,५०० किलोमीटर दूरी तक हमला करने की क्षमता रखनेवाले भारत के ‘के४’ मिसाइल के सामने ‘गझनवी’ पाकिस्तान का काफी कमजोर और सीर्फ दिखाने योग्य जवाब साबित होता है, यह विशेषज्ञों का कहना है| पर, यह परीक्षण करके हम भारत को जवाब दे रहे है, यह भ्रम पकिस्तान की सेना और सरकार खडा कर रही है|

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