भारतीय नौसेना को मिलेंगे ५६ युद्धपोत और पनडुब्बी – नौसेना प्रमुख एडमिरल लान्बा

नई दिल्ली – देश की सागरी सुरक्षा सुनिश्‍चित करने के लिये भारतीय नौसेना गति से कदम उठा रही है, यह ऐलान नौसेना प्रमुख सुनील लान्बा इन्होंने किया| भारतीय नौसेना के लिये ३२ नये युद्धपोतों का निर्माण हो रहा है| इसके अलाव ५६ नए युद्धपोत और पनडुब्बीया प्राप्त करने के लिये भारतीय नौसेना कोशिष कर रही है| इसके अलावा भारतीय नौसेना के लिये तिसरा विमान वाहक युद्धपोत शामिल करने के लिये भी कार्यवाही भी शुरू की गई है, यह एडमिरल लान्बा ने कहा है|

भारतीय नौसेना की क्षमता में बडी मात्रा में बढोतरी करना जरूरी है| इस वजह से सरकारने कुछ अहम निर्णयही लिये है| नौसेना के लिये फिलहाल ३२ युद्धपोतों का निर्माण शुरू है| नजदिकी समय में नौसेना के बेडे में और ५६ युद्धपोत और पनडुब्बीयां शामिल होगी, यह जानकारी नौसेना प्रमुख ने दी| साथ ही तिसरा विमान वाहक युद्धपोत ‘आईएनएस विक्रांत’ भारतीय नौसेना में शामिल करने के लिये कार्यवाही शुरू की गई है और फिल हाल इस युद्धपोत की परख हो रही है, यह जानकारी नौसेना प्रमुख ने दी|

फिलहाल दो विमान वाहक युद्धपोत बेडे शामिल करने वाला भारत एशिया का एकही देश है| चीन इस मोर्चे पर भारत को पीछे छोडने की कोशिष कर रहा है| इस दौरान चीन ने विमान वाहक युद्धपोतों की निर्माण योजना बडी मात्रा में हाथ ली है| इस पृष्ठभुमि पर भारतीय नौसेना में तिसरा विमान वाहक युद्धपोत दाखिल होने के बारे में नौसेना प्रमुख ने दी जानकारी काफी अहम साबित होती है| इसके साथ ही सागरी सुरक्षा दे लिये मच्छिमारों के लगभग २ लाख ५० हजार जहाजों की पहचान करने के लिये ट्रान्सपॉन्डर बिठाये जा रहे है, यह भी एडमिरल लान्बा ने कहा|

मुंबई में २६/११ का हमला करने के लिये आतंकी सागरी मार्ग से ही यहां पहुंचे थे और उन्होंने मच्छिमारों की जहाजों का ही उपयोग किया था| उसके बाद देश के सागरी सुरक्षा का मुद्दा सामने आया था|

इस पृष्ठभुमि पर, सागरी सुरक्षा और भी पुख्ता करने के लिये मच्छिमारों के जहाजों की पहचान करने के लिये नौसेना की ओर से शुरू कोशिष सुरक्षा दे दृष्टिकोन से काफी अहम है| साथ ही ‘रिलायंस नेव्हल इंजिनिअरिंग लिमिटेड’ इस नीजि कंपनी को पांच गश्ती पोत निर्माण का काम देने के विषय में पुछे गये प्रश्‍न को उत्तर देते वक्त नौसेना प्रमुख ने इस मामले में नौसेना ध्यान दे रही है, यहा कहा|

दौरान, सेशल्स में भारतीय नौसेना का अड्डा निर्माण करने को लेकर इस देश के साथ चर्चा शुरू है, यह जानकारी भी एडमिरल लान्बा ने दी| सेशेल्स में भारतीय नौसेना का अड्डा निर्माण करना मुमकिन हुआ तो इस सागरी क्षेत्र में भारत का नियंत्रण और भी पुख्ता हो सकेगा|

मालदीव इस हिंदी महासागर क्षेत्र के अहम देश में चीन से लगाव रखने वाली सरकार जनता ने ठुकराई है और वहां अब भारत को अनुकूल सरकार सत्ता बनाई है| इस वजह से मालदीव के साथ भारतीय नौसेना का सहयोग में और भी सुधार होगा, यह विश्‍वास नौसेना प्रमुख लान्बा ने व्यक्त किया|

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