रक्षा मंत्रालय और गोवा शिपयार्ड के बीच विध्वंसकों के निर्माण संबंधी करार

नई दिल्ली – रक्षा मंत्रालय और गोवा शिपयार्ड ने दो मिसाइल वाहक विध्वंसकों का निर्माण करने के लिए समझौता किया है| हाल ही में इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए है| इन विध्वंसकों की वजह से भारतीय नौसेना की सामर्थ्य में बढोतरी होगी|

रशिया के ‘रोसोबोरोनएक्सपोर्ट’ इस रक्षा कंपनी की सहायता से गोवा शिपयार्ड में तलवार वर्ग की दो विध्वंसकों का निर्माण किया जाएगा| इस निर्माण के लिए भारत ने पहले ही रशिया के साथ समझौता किया है और रशियन कंपनी भारत को तकनीक का भी हस्तांतरण करेगी| यह विध्वंसक आधुनिक तकनीक से लैस होगी, यह जानकारी रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी|

गोवा शिपयार्ड में निर्माण की जानेवाली यह विध्वंसक २०२६ तक तैयारी होगी| इनमें से पहली विध्वंसक २०२६ के जून महीने में और दुसरी दिसंबर महीने में भारतीय नौसेना को प्राप्त होगी| इस योजना के लिए १४,००० करोड रुपयों का प्रावधान किया गया है, यह जानकारी अधिकारियों ने दी|

केंद्र सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए ५६ नए पोत और छह पनडुब्बी तैयार करने की योजना को मंजुरी दी है| फिलहाल इन पोत और पनडुब्बीयों का निर्माण कार्य भारत के अलग अलग शिपयार्ड में शुरू है| इस दौरान रक्षा मंत्रालय ने गुरूवार के दिन भारतीय नौसेना के लिए छह पनडुब्बीयों का निर्माण करने के लिए ४०,००० करोड रुपयों का प्रावधान करने के लिए मंजुरी दी है|

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