भारत-बांगलादेश ने किए सात समझौते

नई दिल्ली – बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसिना की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने सहयोग के लिए सात समझौते किए। भारत और बांगलादेश की मित्रता किसी भी समस्या को परस्त कर सकती हैं, यह विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान व्यक्त किया। साथ ही विकास और व्यापार के मोर्चे पर बांगलादेश इस क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा भागीदार होने का बयान करके प्रधानमंत्री मोदी ने इसपर संतोष जताया। दोनों देशोंके विवाद का मुद्दा बना तिस्ता नदी के पानी के बटवारे के मसले का भी जल्द ही हल प्राप्त होगा, यह विश्वास भी प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया हैं। बांगलादेश की आज़ादी के लिए भारत ने दिए योगदान का कृतज्ञता से अहसास रखकर प्रधानमंत्री शेख हसिना ने इसके लिए भारत के प्रति आभार जताया है। भारत यह बांगलादेश का सबसे अहम पड़ोसी देश हैं, ऐसा शेख हसिना ने कहा। साल १९७१ के बांगलादेश स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देनेवाले भारतीय सैनिकों की अगली पीढ़ीयों की शिक्षा के लिए शेख मुजिबूर शिष्यवृत्ती का ऐलान करके प्रधानमंत्री शेख हसिना ने इसके लिए भारत सरकार ने किए सहायता की सराहना की। दोनों देशों की मित्रता और सहयोग आनेवाले समय में नई उंचाई प्राप्त करेगी, यह विश्वास भी शेख हसिना ने इस दौरान व्यक्त किया है।

भारत-बांगलादेशदोनों देशों में बहनेवाली कुशियारा नदी के पानी के बटवारे पर भारत और बांगलादेश की सहमति हुई हैं और इसपर सहयोग के लिए समझौता किया गया। इससे भारत के असम राज्य के दक्षिणी हिस्से की जनता को और बांगलादेश सिल्हेट क्षेत्र को लाभ प्राप्त होगा, यह कहा जा रहा है। दोनों देशों में ५४ नदीयां बहती हैं और इनके पानी के बटवारे का मसला जल्द ही सुलझेगा, यह कहकर प्रधानमंत्री मोदी ने इसमें से तिस्ता नदी के मसले का भी समावेश किया। बांगलादेश इस नदी के पानी के बटवारे को लेकर आग्रही हैं और इसपर दोनों देशों के ताल्लुकात कुछ समय के लिए तनाव में थे। लेकिन, दोनों देशों की मित्रता सभी समस्याओं को परस्त करेगी, यह विश्वास प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान व्यक्त किया।

साथ ही दोनों देशों के मैत्रीबिजली प्रकल्प के पहले युनिट का इस दौरान अनावरण किया गया। भारत की सहायता से निर्माण हो रहें इस प्रकल्प की वजह से बांगलादेश को सस्ती कीमत में बिजली उपलब्ध होगी, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा। साथ ही रुपशा नदी पर बने रेल ब्रीज का भी इस दौरान उद्घाटन किया गया। इससे दोनों देशों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी, यह दावा किया गया हैं। भारत और बांगलादेश की यातायात और बुनियादी सुविधाओं का विकास हुआ तो दोनों ओर व्यापार को गति प्राप्त होगी, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हैं।

मौजूदा दौर में बांगलादेश एशिया में सबसे अधिक निर्यात भारत को ही कर रहा हैं, यह कहकर इन बुनियादी सुविधाओं के विकास का काफी बड़ा लाभ बांगलादेश को प्राप्त होगा, इसका अहसास प्रधानमंत्री मोदी ने कराया। पूर्व के देशों से व्यापार बढ़ाने के लिए भारत को बांगलादेश की भूमि का इस्तेमाल करना होगा और इसके लिए भारत बड़ी मात्रा में इस देश में बुनियादी सुविधा विकसित करने के लिए उत्सुक हैं। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस सहयोग से बांगलादेश को प्राप्त होनेवाले लाभ की सटिक शब्दों में पेशकश की।

साथ ही बांगलादेश की रेल सेवा सुधारने के लिए भारतीय रेल्वे के साथ समझौता हुआ। इसके अनुसार बांगलादेश के रेल अधिकारियों को भारतीय रेल्वे प्रशिक्षण प्रदान करेगी। साथ ही विज्ञान और तकनीक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र से संबंधित सहयोग के लिए भी भारत-बांगलादेश ने समझौता किया।

एक-दूसरें की नदियों के जलस्तर की उचित समय पर जानकारी का आदान-प्रदान करके बाढ़ को काबू करने के लिए ज़रूरी सहयोग पर प्रधानमंत्री शेख हसिना के साथ हमारी कामयाब चर्चा होने की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने साझा की। साथ ही चरमपंथ और आतंकवाद के विरोध में दोनों देशों का सहयोग बढ़ाने पर हमारी सहमति होने का बयान प्रधानमंत्री मोदी ने किया शाल १९७१ में बांगलादेश की आज़ादी की प्रेरणा जागृत रखने के लिए इसकी बड़ी आवश्यकता हैं, इसका अहसास प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कराया। साथ ही भारत और बांगलादेश के एक-दूसरें पर होनेवाले भरोसे पर हमाल करने की मंशा रखनेवाली ताकतों का एकजूट से सामना करना दोनों देशों के लिए अहम हैं, इसपर भी प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान आकर्षित किया।

इसी बीच, बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसिना ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.