संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा में किए भाषण में ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरीका पर की तीव्र आलोचना

संयुक्त राष्ट्रसंघ – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में अपने भाषण में अमरीका की तीव्र आलोचना की। मानव अधिकारों से आतंकवाद के मुद्दे पर अमरीका और पश्चिमी देशों की भूमिका दोगली होने का बयान करके अमरीका ने ही आतंकी संगठन ‘आयएस’ का निर्माण किया है, ऐसा गंभीर आरोप राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने लगाया। इस आतंकी संगठन के खिलाफ लड़ रहे ईरान के जनरल कासेम सुलेमानी की हत्या अमरीका ने ही की थी। इसकी याद ताज़ा करके ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने सुलेमानी का फोटो लहराया। साथ ही परमाणु समझौते पर गारंटी मिले बिना ईरान अमरीका पर विश्वास नहीं करेगा, ऐसा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने अपने भाषण में ड़टकर कहा।

फिलहाल ईरान में बड़े जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं और ईरान की महिलाओं ने हिजाब के खिलाफ संघर्ष शुरू किया है। इस प्रदर्शनों में २२ वर्ष की माहसा अमिनी नामक युवति की मौत हुई। इसके बाद ईरान की महिलाओं में गुस्से की लहर उठी है और हुकूमत के खिलाफ उभरी जनभावना अधिक तीव्रता से विश्व के सामने आ रही है। ईरान की महिलाओं ने शुरू किए इस प्रदर्शन को पूरे विश्व से समर्थन प्राप्त हो रहा है। पश्चिमी देशों से भी इस मुद्दे को उठाया गया है और ईरान की हुकूमत के खिलाफ अन्य लोगों का भी इन प्रदर्शनों में सहभाग बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा को संबोधित किया और मानव अधिकारों के मुद्दे पर अमरीका और पश्चिमी देशों की भूमिका दोगली होने की कड़ी आलोचना की।

पश्चिमी देशों से हो रहे मानव अधिकारों के हनन को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जाता है, यह मुद्दा उठाकर माहसा अमिनी की मौत को पश्चिमी देश फिजूल अहमियत दे रहे हैं, ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने लगाया। अन्य देशों के मानव अधिकारों का मुद्दा उठा रहे पश्चिमी देशों ने ही किए मानव अधिकारों के उल्लंघन का क्या? ऐसा सावल रईसी ने इस दौरान किया। कनाड़ा के मूल निवासियों पर हुए अत्याचारों को पश्चिमी देशों ने नज़रअंदाज किया, इस बात पर रईसी ने इस दौरान ध्यान आकर्षित किया।

अमरीका अपने हित के लिए आतंकी संगठनों का निर्माण करती है, ऐसा गंभीर आरोप लगाकर ‘आयएस’ के गठन के पीछे अमरीका ही है, ऐसा इब्राहिम रईसी ने कहा। इस आतंकी संगठन के खिलाफ लड़ते रहे जनरल कासेम सुलेमानी को अमरीका ने मार दिया, इसका दाखिला ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने दिया। उन्होंने की हुई ऐसी आलोचना की वजह से अमरीका और पश्चिमी देशों ने ईरान के साथ परमाणु समझौता करने की संभावना काफी पीछे छूट गई है।

परमाणु समझौते के लिए ईरान को अमरीका पर विश्वास करने के लिए तैयार नहीं है। इस परमाणु समझौते से पीछे नहीं हटेंगे, इसकी गारंटी मिले बगैर ईरान परमाणु समझौते के लिए तैयार नहीं होगा, ऐसा रईसी ने बड़े जोरों से कहा। इसी बीच बायडेन प्रशासन ने ईरान को ऐसी गारंटी देना मुमकिन ना होने का इशारा दिया है। इस वजह से फिलहाल पश्चिमी देश और ईरान के परमाणु समझौते का मुद्दा पीछे छूटता हुआ लग रहा है। फ्रान्स की विदेशमंत्री कैथरिन कोलोना ने ईरान के लिए परमाणु समझौते  की खिड़की बंद हो रही है, यह इशारा दिया था। लेकिन, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने आम सभा में किए आक्रामक भाषण के मद्देनज़र ईरान यह अवसर पाने के लिए उत्सुक ना होने के संकेत मिल रहे हैं। इसके राजनयिक और सामरिक स्तर पर बड़े असर होने की संभावना है।

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