गुजरात के बंदरगाह से २१ हज़ार करोड़ रुपयों का हेरोइन जब्त

– इससे पहले विजयवाड़ा स्थित कंपनी ने ७२ हज़ार करोड़ रुपयों के हरोइन की तस्करी करने की आशंका
– दिल्ली, गुजरात और आंध्र प्रदेश में छापे जारी

अहमदाबाद/विजयवाड़ा – ‘टैल्कम स्टोन’ की आड़ में अफ़गानिस्तान से भारत आ रहे नशीले पदार्थों के आयात का पर्दाफाश हुआ है। गुजरात के कच्छ इलाके में स्थित मुंद्रा पोर्ट में पहुँचे ईरानी जहाज़ से उतारे गए कंटेनर्स से कुल २१ हज़ार करोड़ रुपयों का हेरोइन जब्त किया गया है। भारत में एक ही समय पर इतनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों का भंड़ार जब्त किया गया है। आंध्र प्रदेश की जिस कंपनी ने अफ़गानिस्तान से टैल्कम पावडर के स्टोन का आयात किया था, उस कंपनी ने इससे पहले तकरीबन ७२ हज़ार करोड़ रुपयों के सामान की ऐसे ही आयात की है। इसके ज़रिये वर्णित कंपनी ने ७२ हज़ार करोड़ रुपयों का हेरोइन भारत के अन्य शहरों में पहुँचाया होगा, ऐसी आशंका जताई जा रही है। अफ़गानिस्तान में तालिबान की हुकूमत स्थापित होने के बाद भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद बढ़ेगा, यह ड़र विशेषज्ञ जता रहे थे। इस पृष्ठभूमि पर मुंद्रा पोर्ट में इतनी बड़ी मात्रा में यह नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं।

हेरोइनगुजरात के डायरेक्टर रेवेन्यु ऑफ इंटिलिजन्स (डीआरआय) ने प्राप्त जानकारी के आधार पर मुंद्रा पोर्ट में छापा मारके वहां पर उतारे गए कुछ संदिग्ध कंटेनरों की जाँच की। इनमें से दो कंटेनर्स में तकरीबन ३ हज़ार किलो हेरोइन जब्त किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में एक किलो हेरोइन की कीमत ७ करोड़ रुपये है और इसके अनुसार ‘डीआरआय’ ने मुंद्रा पोर्ट में २१ हज़ार करोड़ रुपयों के हेरोइन की तस्करी पकड़ी है।

अफ़गानिस्तान के कंदहार स्थित हसन हुसेन लिमिटेड कंपनी ने इस कंटेनर से ‘टैल्कम स्टोन’ निर्यात किया था। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक कंपनी ने यह सामान आयात किया था। इस सामान की जाँच की गई और इस दौरान टैल्कम स्टोन की आड़ में की गई हेरोइन की तस्करी पकड़ी गई। १६ और १७ सितंबर के दिन कार्रवाई करके हेरोइन का यह भंड़ार पकड़ा गया। ‘डीआरआय’ के अफसरों ने पकड़े गए दो में से एक कंटेनर से २ हज़ार किलो और दूसरे से ९८८ किलो हेरोइन बरामद करने की जानकारी प्राप्त हो रही है।

इसके बाद बीते तीन दिनों में जाँच यंत्रणाओं ने दिल्ली, आंध्र प्रदेश और गुजरात में छापे मारने का वृत्त है। कुछ लोगों को पुछताछ के लिए हिरासत में लेने की जानकारी भी प्राप्त हो रही है। सोमवार के दिन ग्रेटर नोएड़ा से २२ किलो हेरोइन के साथ दो अफ़गान नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान और देश विरोधी ताकते भारत में अफ़गानिस्तान से बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी करके इसके ज़रिये टेरर फंड़िंग करने की कोशिश करने का इशारा गुप्तचर यंत्रणाओं ने पहले भी कई बार दिया है। जाँच यंत्रणाओं की जाँच से भी यह बात लगातार स्पष्ट होती रही है। भारत में हो रही नशीले पदार्थों की तस्करी के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात भी लगातार स्पष्ट हुई है।

हेरोइनजुलाई २०१९ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान ड्रग्ज्‌ माफिया के पांच हज़ार करोड़ रुपयों के नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़ा एक रैकेट तबाह किया था। दिल्ली में मारे गए छापे के दौरान ६०० करोड़ रुपयों का हेरोइन जब्त किया गया था। इस तस्करी के तार जम्मू-कश्‍मीर और पंजाब तक फैले हुए थे।

इसी बीच तीन महीने पहले मुंबई के ‘जेएनपीटी’ बंदरगाह में भी ‘टैल्कम पाऊड़र’ की आड़ में की गई तस्करी से ८७९ करोड़ रुपयों का हेरोइन जब्त किया गया था। साथ ही इस हेरॉइन को सड़क के रास्ते पंजाब पहुँचाया जाना था। बीते दो वर्षों के दौरान भारत के पंजाब में सबसे अधिक मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी होने की बात दो महीने पहले जारी हुई एक रपट में रेखांकित की गई थी।

इसी बीच, मुंद्रा पोर्ट में पकड़ा गया हेरोइन का भंड़ार अब तक की गई कार्रवाई के दौरान एक ही समय पर बरामद हुआ सबसे बड़ा भंड़ार है। इससे पहले वर्ष २०१७ में गुजरात के भावनगर के करीब तटरक्षक बल ने एक जहाज़ से पांच हज़ार करोड़ रुपयों का हेरोइन जब्त किया था। साथ ही वर्ष २०२० के नवंबर से नौसेना और तटरक्षक बल ने अरब सागर के क्षेत्र में कार्रवाई करके अब तक तकरीबन आठ हज़ार करोड़ रुपयों से अधिक कीमत के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। मार्च में लक्षद्विप के करीब एक जहाज़ से दो हज़ार करोड़ रुपयों के हरोइन के साथ पांच एके-४७ रायफल्स जब्त किए गए थे।

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