रेड सी में हौथी के हमलों की वजह से खाड़ी देशों ने अपनाया दूसरा मार्ग – इस्रायली व्यापारिक परिवहन कंपनियों की जानकारी

तेल अवीव – ‘रेड सी’ के क्षेत्र में इस्रायली जहाजों की यातायात पिछले हफ्ते से पुरी तरह से बंद होने का दावा येमन के हौथी विद्रोहियों ने किया है। इस्रायल गाजा पर हमले करना जब तक बंद नहीं करता तब तक रेड सी में इस्रायली, अमेरिकी और मित्र देशों के जहाजों पर हो रहे हमले शुरू रहेंगे, ऐसी चेतावनी भी हौथी ने दी है। लेकिन, इस्रायल ने खाड़ी देशों के सहयोग से अपने व्यापारिक यातायात के लिए अन्य मार्ग का विकल्प अपनाना शुरू किया है। बहरीन, यूएई, सौदी अरब, जॉर्डन और इस्रायल के जमीनी मार्ग से व्यापारिक यातायात शुरू होने की जानकारी सामने आ रही है। लेकिन, इसका ऐलान करके पूरे विश्व का ध्यान इस पर आकर्षित न हो, इसका ध्यान इस्रायल और संबंधित देश रखते दिख रहे है।

येमन के हौथी विद्रोहियों ने पिछले महीने से रेड सी के क्षेत्र में शुरू किए हमलों की वजह से समुद्री यातायात बाधित हुई है। इस दौरान हौथी ने वर्णित समुद्री क्षेत्र से सफर कर रहे लगभग ३० से अधिक जहाजों पर हमले किए और एक जहाज का अपहरण किया। रेड सी में हौथी के हमलों की वजह से खाड़ी देशों ने अपनाया दूसरा मार्ग - इस्रायली व्यापारिक परिवहन कंपनियों की जानकारीहौथी के इन हमलों की वजह से मर्स्क, हैपाग-लॉईड, बीपी जैसी नामांकित अंतरराष्ट्रीय शिपिंग कंपनियों ने रेड सी से व्यापारिक यातायात करना पुरी तरह से बंद किया है। इसके बजाय यह एवं अन्य कंपनियों ने दक्षिण अफ्रिका होकर जा रहे समय की बरबादी एवं बड़े खर्च करने वाले मार्ग का इस्तेमाल शुरू किया है। इस वजह से सामान की यातायात के कुल खर्चे में बड़ी बढ़ोतरी हुई है। इसका असर उत्पादों की कीमत पर होने से महंगाई बढ़ने के स्पष्ट आसार दिख रहे हैं।

ऐसी स्थिति में इस्रायल ने अन्य मार्ग का विकल्प अपनाने की दिशा में काम शुरू करने की जानकारी सामने आयी है। बहरीन, यूएई, सौदी अरब, जॉर्डन और इस्रायल इन पांच देशों के लिए सड़क के ज़रिये जोड़ रहा मार्ग ‘रेड सी’ का विकल्प साबित होने की खबर अमेरिकी और इस्रायली माध्यमों ने प्रसिद्ध की है। इस्रायल के ‘मेंटफिल्ड’ और ‘ट्रकनेट’ और दुबई की ‘डीपी वर्ल्ड’ जैसी जानीमानी कंपनियां इस माल की यातायात से जुड़ी है। पिछले कुछ दिनों से यह यातायात शुरू होने की जानकारी इस्रायली कंपनियों ने प्रदान की।

भारत और चीन के जहाज दुबई और बहरीन के बंदरगाह में अपने कंटेनर उतारकर जॉर्डन जा रहे ट्रक पर रख रहे हैं। यह ट्रक्स जॉर्डन पहुंचने के बाद इन्हें इस्रायली ट्रक पर रखकर इस्रायल के हैफा बंदरगाह पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए बहरीन और यूएई ने इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता किया है। वहीं, जॉर्डन ने वर्ष १९९४ में इस्रायल से शांति समझौता किया है। इस वजह से इन देशों का इस्रायल के साथ यातायात करने से संबंधित सहयोग सामान्य होने की बात दिख रही है। लेकिन, सौदी के साथ इस्रायल का सहयोग घोषित न होने से सौदी के रास्ते जा रहे ट्रक इस्रायल पहुंचने की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा रही है, यह जानकारी भी इन इस्रायली कंपनियों ने साझा की है।

इस बीच, हौथी विद्रोहियों के हमलों की वजह से फंसा भारतीय सामान यूएई के रास्ते इस्रायल पहुंचाया जाएगा, यह ऐलान इस्रायली यातायात मंत्री ने जनवरी महीने में ही किया था। इस वजह से व्यापारिक यातायात के १२ दिन बचेंगे, यह दावा इस्रायली मंत्री ने उस समय किया था।

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