तुर्की ने ‘यूएई’ को दी हुई धमकी बर्दाश्‍त नहीं करेंगे – ‘जीसीसी’ का तुर्की को इशारा

रियाध – लीबिया के मामले में तुर्की ने ‘यूएई’ को दी हुई धमकी ज़रा भी बर्दाश्‍त नहीं करेंगे, यह इशारा ‘गल्फ को-ऑपरेशन कौन्सिल’ (जीसीसी) के महासचिव डॉ.नईफ लाह मुबारक अल हजरफ ने तुर्की को दिया है। साथ ही अरब देशों के अंदरुनि मामलों में विदेशी दखलअंदाज़ी बर्दाश्‍त नहीं करेंगे, यह बयान भी डॉ.नईफ ने किया। दो सप्ताह पहले तुर्की के रक्षामंत्री ने लीबिया की लष्करी सहायता के मामले में ‘यूएई’ को परीणामों की धमकी दी थी।

gcc-turkey-uaeपर्शियन खाड़ी में अरब देशों के ‘व्यापारी गुट’ के तौर पर जाने जा रहे ‘गल्फ को-ऑपरेशन कौन्सिल’ (जीसीसी) के महासचिव डॉ.नईफ फलाह मुबारक अल हजरफ ने दो दिन पहले तुर्की के सौदी अरब में नियुक्त राजदूत एर्दोगन कोक से भेंट की। रियाध में स्थित ‘जीसीसी’ के मुख्यालय में हुई इस बैठक में डॉ.नईफ ने तुर्की के कारोबार पर आलोचना की। पर्शियन खाड़ी के क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बरकरार रखने के लिए ‘जीसीसी’ की कोशिश जारी है। साथ ही ‘जीसीसी’ के सदस्य देशों के अलावा खाड़ी के अन्य देशों के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए भी हमारी कोशिश होती रहती है। लेकिन यह सहयोग स्थापित करते समय संबंधित देशों की संप्रभुता का सम्मान करके उनके अंदरुनि कारोबार में दखलअंदाज़ी नहीं होती, यह बात डॉ.नईफ ने स्पष्ट की।

‘जीसीसी’ की इस भूमिका का तुर्की सम्मान करे और अरब देशों के कारोबार में दखलअंदाज़ी ना करे, ऐसी फटकार डॉ.नईफ ने लगाई है। साथ ही ‘जीसीसी’ के सदस्य ‘यूएई’ को तुर्की के नेता ने धमकी देना भी बर्दाश्‍त नहीं करेंगे, यह इशारा डॉ.नईफ ने दिया। ‘जीसीसी’ संयुक्त रक्षा सहयोग पर खड़ी है, यह कहकर डॉ.नईफ ने तुर्की को अप्रत्यक्ष धमकी देने की बात दिखाई दे रही है। सप्ताह पहले ‘जीसीसी’ ने तुर्की को अरब देशों के कारोबार में दखलअंदाज़ी ना करने की चेतावनी दी थी। लेकिन, इस दौरान वर्णित संगठन ने तुर्की को प्रत्युत्तर देने का इशारा दिया हुआ दिखाई दे रहा है।

दो सप्ताह पहले लीबिया और सीरिया के संघर्ष में यूएई से तुर्की के विरोधी गुट को प्राप्त हो रही लष्करी सहायता पर गुस्सा होकर तुर्की के रक्षामंत्री हुलूसी अकार ने यूएई को धमकाया था। ‘उचित समय पर और उचित जगह पर यूएई को प्रत्युत्तर दिया जाएगा’, यह धमकी अकार ने दी थी। इस पर ‘जीसीसी’ ने यह प्रतिक्रिया दर्ज़ की हैं। इसी बीच, लीबिया के संघर्ष में सराज हुकूमत को सहायता प्रदान करने के लिए तुर्की का विध्वंसक लीबियन नौसेना के ‘अल खुम्स’ स्थित बंदरगाह में दाखिल हुआ है। लीबिया की सरकार को तुर्की से प्राप्त हो रही लष्करी सहायता पर जर्मनी, फ्रान्स, ग्रीस, इजिप्ट और यूएई ने पहले ही आपत्ति जताई हैं।

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