लीबिया में दखलअंदाज़ी कर रहे तुर्की के खिलाफ़ अमरीका कार्रवाई करे – लीबिया के वरिष्ठ अधिकारी की माँग

कैरो – लीबिया में युद्धविराम करके दोनों गुटों में समझौता करवाने के लिए ज़ल्द ही कोशिश की जाएगी। लेकिन, इससे पहले अपने देश में लष्करी दखलअंदाज़ी कर रहे तुर्की को रोकने के लिए अमरीका कार्रवाई करे, यह माँग लीबियन संसद के सभापति अग्युला सालेह ने की है। लीबिया में हथियारों की तस्करी कर रही तुर्की से जुड़ी कंपनियों के खिलाफ़ अमरीका ने कुछ घंटे पहले ही कार्रवाई की है। इसके बाद लीबियन संसद के सभापति ने यह माँग की। इसी बीच अमरीका के साथ अब जर्मनी, फ्रान्स और इटली ने भी तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की है।

Libya-USलीबियन संसद के सभापति सालेह इजिप्ट का दौरा कर रहे हैं। इस दौरे में उन्होंने अमरीका के लीबिया में नियुक्त राजदूत रिचर्ड नोर्लंड से भेंट करके अपने देश में हो रहा आंतरिकयुद्ध रोकने के लिए निवेदन किया। लीबिया में जारी संघर्ष रोकने के लिए कुछ महीने पहले हुई ‘बर्लिन इंटरनैशनल’ की बैठक और कैरो की चर्चा में तय किए मुद्दों का पालन करने के लिए तैयार होने की बात सालेह ने नोर्लंड के साथ हुई चर्चा के दौरान रखी। साथ ही लीबिया की सराज सरकार और हफ्तार बागियों के बीच समझौते के लिए बातचीत शुरू करने की दिशा में भी कोशिश की जाएगी, यह बयान सालेह ने किया है। लेकिन, इससे पहले लीबिया में लष्करी दखलअंदाज़ी करके संघर्ष भड़का रहे तुर्की के खिलाफ़ अमरीका कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे, यह माँग सालेह ने की है।

अमरिकी राजदूत नोर्लंड ने भी बर्लिन और कैरो की चर्चा में तय हुई बातों के अनुसार लीबिया में युद्धविराम शुरू करने के लिए अमरीका कोशिश करेगी, यह बात कही। साथ ही लीबिया की समस्या पर संघर्ष इलाज़ नहीं हो सकता, यह बात भी उन्होंने स्पष्ट की। इसके बाद सालेह ने इजिप्ट के नेताओं से भेंट करने की जानकारी सामने आ रही है। कुछ घंटे पहले ही अमरीका ने लीबिया के गुटों को हथियारों की तस्करी कर रही विदेशी कंपनियों एवं व्यक्तियों के खिलाफ़ प्रतिबंध लगाए थे। इसमें लीबिया की सराज सरकार को हथियारों से सज्जित करने में तुर्की और माल्टा जैसे देशों की कंपनियों का समावेश था। अमरीका के यह प्रतिबंध तुर्की के लिए इशारा समझे जा रहे हैं।

Libya-USदो दिन पहले तुर्की और माल्टा के विदेशमंत्री ने लीबिया की यात्रा करके सराज सरकार को अपना समर्थन घोषित किया था। साथ ही लीबिया में हो रही हथियारों की तस्करी रोकने के लिए नाटो ने भूमध्य समुद्र में शुरू की हुई ‘इरनी’ नामक नौसेना की मुहीम पर भी तुर्की और माल्टा के विदेशमंत्री ने आलोचना की थी। इसके आगे कुछ ही घंटों में अमरीका ने तुर्की और माल्टा से संबंधित कंपनियों पर यह प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की है। तभी, जर्मनी, फ्रान्स और इटली ने भी लीबिया के गुटों को हथियारों से सज्जित करके यूरोपिय महासंघ के नियमों का उल्लंघन कर रहे तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की है। हथियारों की इस तस्करी में शामिल हुए तुर्की और लीबियन एवं कज़ाकस्तान की कंपनियों पर यूरोपिय देशों के प्रतिबंध जारी होने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

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