अरब देशों के कारोबार में तुर्की दखलअंदाज़ी ना करे – ‘यूएई’ की फ़टकार

अरब देशों के कारोबारदुबई – ‘धमकियां और घुसपैठ के बल पर संबंध स्थापित नहीं होते। यह पहचाने और अरब देशों के कारोबार में दखलअंदाज़ी ना करे’, इन शब्दों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने तुर्की को फ़टकार लगाई। कुछ घंटे पहले ही तुर्की ने लीबिया और सीरिया के मामले में ‘यूएई’ को उचित समय पर और सही जगह पर जवाब दिया जाएगा, ऐसी धमकी दी थी। इस पर ‘यूएई’ ने यह तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज की है।

तुर्की के रक्षामंत्री हुलूसी अकार ने कुछ घंटे पहले खाड़ी क्षेत्र के न्यूज चैनल से बातचीत करने के दौरान लीबिया और सीरिया में जारी संघर्ष के लिए यूएई और अन्य अरब देश ज़िम्मेदार होने का आरोप किया था। लीबिया और सीरिया में स्थित बागी गुटों को एवं भ्रष्टाचार को यूएई बढ़ावा दे रहा है, यह आरोप अकार ने किया था। इसके अलाव तुर्की के विरोध में यूएई आतंकी संगठनों का समर्थन कर रही है, यह बात भी अकाल ने इस मुलाकात के दौरान कही थी।

अरब देशों के कारोबार

‘यूएई’ के साथ ही तुर्की के रक्षामंत्री ने लीबिया में जारी संघर्ष के लिए सौदी अरब, इजिप्ट और रशिया को भी ज़िम्मेदार ठहराया है। ‘यूएई, सौदी, इजिप्ट, फ्रान्स और रशिया ने हप्तार बागियों की सहायता से लीबिया में सरकार के विरोध में बगावत करवाने की कोशिश की तो लीबिया में स्थिति और भी बिगड़ेगी और इससे वहां के संघर्ष में बढ़ोतरी होगी’, यह इशारा अकार ने दिया था। तुर्की के रक्षामंत्री ने दी हुई इस धमकी पर ‘यूएई’ के विदेशमंत्री अन्वर गरगाश ने प्रत्युत्तर दिया है।

तुर्की के रक्षामंत्री अकार ने किया बयान इस देश की गिरती राजनीति के निचले स्तर का है, यह आरोप गरगाश ने किया। साथ ही तुर्की की वसाहतवादी नीति को विश्‍व में कोई भी समर्थन नहीं देगा, यह कहकर यूएई के विदेशमंत्री ने लीबिया और सीरिया में जारी तुर्की की गतिविधियों पर फटकार लगाई। साथ ही अरब देशों के कारोबार में तुर्की दखलअंदाज़ी ना करे, यह इशारा भी उन्होंने दिया। कुछ दिन पहले इजिप्ट ने भी लीबिया के मामले में तुर्की को फटकार लगाई थी।

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