लीबियन बागियों के हमलों में तुर्की के १६ सैनिकों की मौत – तुर्की से जुडे १०० से भी अधिक कान्ट्रैक्ट सैनिकों को ढेर करने का ‘एलएनए’ ने किया दावा

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बेंगाझी – जनरल खलिफा हफ्तार की लीबियन नैशनल आर्मी(एलएनए) इस बागी गुट ने की हुई कार्रवाई में तुर्की के १६ सैनिक मारे गए है| वही तुर्की ने लीबिया में भेजे हुए १०० से भी अधिक सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिक भी मारे जाने का दावा एलएनएने किया| लीबियन बागियों ने एक अरब समाचार चैनल से की बातचीत के दौरान यह दावे किए है| तुर्की ने भी लीबिया में जारी संघर्ष में अपने सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकारी है|

एलएनएके प्रवक्ता खालिद अल महजूब ने अरब समाचार चैनल को दी जानकारी के अनुसार पिछले चार दिनों से राजधानी त्रिपोली समेत मिसराता और अल फलाह इन तीन शहरों में जोरदार संघर्ष जारी है| तुर्की के सैनिक और तुर्की से जुडे सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिक एलएनएके बागियों पर हमलें कर रहे थे| ऐसे में की गई जवाबी कार्रवाई में तुर्की की सेना को काफी बडा जीवीत नुकसान हुआ है| तभी, सीरिया की सराज हुकूमत की सुरक्षा के लिए पहुंचे तुर्की से जुडे सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिकों में से १०५ सैनिक भी मारे गए है

तुर्की ने अपने सैनिकों के शव तुरंत स्वदेश पहुंचाए है, यह जानकारी एलएनएके प्रवक्ता ने साझा की| लीबिया के संघर्ष में अपना लष्करी समावेश ना होने का दावा कर रहे तुर्की ने अपना रहस्य प्रकट ना हो, इस लिए यह कार्रवाई बजी तेजी के साथ की है, यह बात महजूब ने कही| इन सैनिकों के दफनविधी के लिए राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन स्वयं उपस्थित थे, यह दावा भी महजूब ने किया

अबतक लीबियन बागियों के आरोप नजरअंदाज रहे तुर्की ने लीबिया के संघर्ष में हुए नुकसान की बात पहली बार स्वीकार की है| राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने ही शनिवार के दिन लीबिया के संघर्ष में नुकसान होने का बयान किया| इसके बाद लीबियन बागियों नेे तुर्की को लक्ष्य करने के लिए इशारा भी दिया| इसके आगे भी लीबिया के अंदरुनि संघर्ष में एर्दोगन ने हस्तक्षेप किया तो तुर्की के सैनिकों को लक्ष्य किया जाएगा, यह धमकी बागियों ने दी है|

इसी बीच, तुर्की के कान्ट्रैक्ट सैनिक और आतंकी पीछे हटे तो ही लीबिया में युद्धविराम मुमकिन होगा, यह इशारा लीबियन बागियों ने पिछले हफ्ते दिया था| पर, तुर्की अपनी भूमिका पर डटें रहने से हफ्तार बागियों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया हुआ दिख रहा है| ऐसे में हफ्तार बागियों को संयुक्त अरब अमिरात, इजिप्ट का समर्थन प्राप्त है और रशिया के कान्ट्रैक्ट सैनिक भी बागियों को सहायता प्रदान कर रहे है, यह आरोप तुर्की लगातार कर रहा है|

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