चीन की लूटमार रोकने के लिए फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने की पहल – फ्रान्स दक्षिण पैसिफिक देशों की संगत से संयुक्त तटरक्षक बल का गठन करेगा

france-south-pacific-1पॅरिस – दक्षिण पैसिफिक सागरी क्षेत्र में मच्छीमारी के नाम पर लूटमार करनेवाले चीन को जवाब देने के लिए दक्षिण पैसिफिक देशों के तटरक्षक बलों का नेटवर्क बनाएंगे, ऐसी घोषणा फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्यूअल मॅक्रॉन ने की। हालांकि ठेंठ उल्लेख करना टाला है, फिर भी फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष की यह घोषणा चीन के आक्रामक सागरी गतिविधियों के विरोध में होने का दावा किया जाता है। इससे पहले ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए फ्रान्स ने भारत और ऑस्ट्रेलिया इन देशों के साथ लष्करी सहयोग बढ़ाने को प्राथमिकता दी है।

हिंद महासागर क्षेत्र में फ्रान्स के रियुनियन आयलँड और पैसिफिक महासागर में फ्रेंच पॉलिनेशिया, न्यू कॅलेडोनिया ये द्वीप प्रदेश हैं। इन द्वीपों की सुरक्षा के लिए पिछले पाँच सालों से ‘फ्रान्स-ओशियनिया’ बैठक का आयोजन किया जाता है। हाल ही में संपन्न हुई इस बैठक में फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन के साथ ऑस्ट्रेलिया, मार्शल आयलँड, पापुआ न्यू-गिनी के राष्ट्रप्रमुख और न्यूझीलंड तथा अन्य पैसिफिक देशों के प्रतिनिधि सहभागी हुए थे। इन पैसिफिक सागरी क्षेत्र में आक्रामकता, यह मुद्दा राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने इस समय प्रस्तुत किया।

france-south-pacific-2‘पिछले कुछ साल हम सब मच्छीमारी के नाम पर होनेवाली लूटमार के शिकार साबित हो रहे हैं। इसके विरोध में दक्षिण पैसिफिक देशों का सहयोग आवश्यक होकर, हम जल्द ही यहाँ के देशों के तटरक्षक बलों के नेटवर्क का गठन करने वाले हैं’, ऐसी घोषणा राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने की। दक्षिण पैसिफिक क्षेत्र में जानकारी का आदान-प्रदान, लष्करी सहयोग इन उद्देश्यों पर यह सहयोग आधारित होगा, ऐसा फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट किया।

इस बैठक में राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने चीन का खुलेआम उल्लेख करना टाला। लेकिन कुछ देश इस सागरी सीमा में घुसपैठ करके कर रहे अवैध मच्छीमारी पर रोक लगाने के लिए यह सहयोग है, यह फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के सलाहकार ने स्पष्ट किया। पिछले कुछ सालों में चीन की लूटमार करनेवाली मच्छीमारी, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के सभी देशों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है।

अपने सागरी क्षेत्र में मच्छीमारी करने के अलावा, चीन की मच्छीमार नौकाओं ने शुरू में ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में घुसपैंठ करके मच्छीमारी शुरू की थी। इसके लिए चिनी मच्छिमार नौकाओं तथा मिलिशिया फ्लोटिलाओं ने फिलीपीन्स, वियतनाम, इंडोनेशिया इन देशों की सीमा में घुसपैठ करने की घटनाएँ सामने आईं थीं। फिलीपीन्स की सीमा में एक ही समय पर ढाई सौ जहाज़ों ने घुसपैंठ की थी। पिछले साल चिनी मच्छीमार नौकाओं ने, हिंद महासागर तथा ऑस्ट्रेलिया तथा लैटिन अमरीका के अर्जेंटीना की सीमा तक घुसपैंठ की थी। पिछले हफ्ते में ही पाकिस्तान ने चीन के पाँच मच्छीमार जहाजों को कब्जे में लेने की खबर सामने आई थी।

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