अमरीका के साथ जारी मतभेदों की पृष्ठभूमि पर यूरोप द्वारा फिर से स्वतंत्र रक्षा नीति के संकेत

ब्रुसेल्स/वॉशिंग्टन – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की सरकार बनने के बाद की यूरोप यात्रा के दौरान ‘अमरीका इज बैक’ का ऐलान किया था| लेकिन, अफ़गानिस्तान से वापसी, ‘ऑकस डील’ एवं बेलारूस की सीमा पर उभरी शरणार्थियों की समस्यायों की पृष्ठभूमि पर यूरोपिय महासंघ में अमरीका की भूमिका को लेकर आशंकाएं बढ़ी हैं| इस वजह से यूरोप में फिर से स्वतंत्र रक्षा नीति की चर्चा शुरू हुई है| अमरीका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी बयान किया था कि, यदि यूरोप रणनीतिक स्वायत्तता की मंशा रखता है तो अमरीका इसके लिए तैयार है|

स्वतंत्र रक्षा नीतिअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में अमरीका ने नाटो छोड़ने का इशारा दिया था| नाटो के लिए सबसे अधिक निधि अमरीका ही दे रही है और यूरोपिय देश इसमें पर्याप्त खर्च नहीं देते, यह आरोप ट्रम्प ने लगाया था| ट्रम्प के आरोपों से नाराज़ हुए यूरोपिय देशों ने वर्ष २०१८ में फिर से यूरोपियन सेना का प्रस्ताव सामने लाया था| इस प्रस्ताव का विरोध करनेवाला ब्रिटेन महासंघ छोड़कर अलग हुआ और इसके बाद स्वतंत्र सेना की गतिविधियों को अधिक गति प्राप्त हुई थी|

लेकिन, नए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की सरकार बनने के बाद आरंभिक महीनों में यह गतिविधियॉं कुछ मात्रा में कम हुईं| लेकिन, बीते कुछ महीनों में घटी घटनाओं ने यूरोपिय महासंघ में फिर से स्वतंत्र सेना की मॉंग जोर पकड़ रही है| महासंघ ने इस सिलसिले में एक ‘डॉक्युमेंट’ भी जारी किया है और इसे सदस्य देशों को भेजा गया हैं, ऐसा कहा जा रहा है| ‘स्ट्रैटजिक कंपास फॉर सिक्युरिटी ऐण्ड डिफेन्स’ नामक इस डोक्युमेंट में किया गया ‘रैपिड डिप्लॉयमेंट फोर्स’ का ज़िक्र ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हुआ है|

यह ‘डॉक्युमेंट’ रक्षा क्षेत्र में स्वायत्तता प्राप्त करने की दिशा में बढ़ाया कदम होने की बात महासंघ ने कही है| ‘रेज़िलियन्स टू क्राइसिस’, ‘क्राइसिस मैनेजमेंट’, ‘पार्टनरशिप्स’ एवं ‘डिफेन्स’ इन चार मुद्दों पर जोर देने का उद्देश्य तय करने की बात कही गई है| इनमें से ‘डिफेन्स’ के तहत पांच हज़ार सैनिकों के ‘रैपिड डिप्लॉयमेंट फोर्स’ का गठन किया जाएगा| यह फोर्स वर्ष २०२५ तक सक्रिय करने की योजना बनाई गई है और यह फोर्स स्थाई ‘फोर्स’ नहीं होगी| यह ‘युनिटस्’ के स्वरूप में सक्रिय रहेगी|

स्वतंत्र रक्षा नीतिविश्‍लेषक दावा कर रहे हैं कि, यह फोर्स यूरोप की स्वतंत्र सेना गठित करने की तैयारी का हिस्सा है| इसके अलावा, अमरीका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संकेत दिए हैं कि, यूरोप यदि अमरीका से रणनीतिक स्वायत्तता प्राप्त करने की मंशा रखता हो, तो यह प्रदान की जाएगा| विदेश विभाग के सलाहकार के पद पर काम करने वाले डेरेक शॉलेट ने एक वेबसाईट को प्रदान की हुई जानकारी में इससे संबंधित बयान किया| स्वायत्तता चाहिये तो यूरोप को कुछ क्षमता प्राप्त करने की आवश्यकता है और ज़रूरत पड़ने पर यह क्षमता प्रदान करने के लिए अमरीका तैयार है, ऐसा शॉलेट ने स्पष्ट किया|

यूरोपिय महासंघ ने सबसे पहले वर्ष १९९९ में स्वतंत्र फौज की सोच पेश की थी| तब ६० हज़ार सैनिकों का दल गठित करने का महत्वाकांक्षी प्रस्ताव पेश हुआ था| लेकिन, ब्रिटेन और अमरीका का विरोध एवं नाटों के इशारों की पृष्ठभूमि पर यह प्रस्ताव निरस्त हुआ था| लेकिन, फ्रान्स और जर्मनी जैसे प्रमुख यूरोपियन देश स्वतंत्र सेना के लिए जोर देने से इससे संबंधित गतिविधियॉं फिर से शुरू होती हुई दिख रही हैं|

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