चीन और अमरीका से संबंधित नीति तय करने के लिए यूरोपिय महासंघ की बैठक

यूरोपिय महासंघ की बैठकब्रुसेल्स/वॉशिंग्टन – अमरीका और चीन से संबंधित रक्षा विषयक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए यूरोपिय महासंघ की विशेष बैठक का आयोजन किया गया है। यूरोपिय महासंघ के वर्धमान अध्यक्ष स्लोवेनिया में इस बैठक का आयोजन हो रहा है। अफ़गानिस्तान से सेना वापसी और ‘ऑकस डील’ की पृष्ठभूमि पर अमरीका और यूरोप के संबंधों में तनाव निर्माण हुआ है। तो, दूसरी ओर चीन अलग अलग मुद्दों पर यूरोप पर दबाव ड़ालने की कोशिश करता रहता है। इस पृष्ठभूमि पर यूरोप की अमरीका और चीन संबंधी नीति तय करने के लिए यह बैठक अहम साबित होगी, ऐसे संकेत सूत्रों द्वारा दिए गए हैं।

कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर यूरोपिय महासंघ और चीन के संबंधों में तनाव बढ़ने लगा है। मानव अधिकार, उइगरवंशी, हाँगकाँग, ताइवान जैसे मुद्दों पर यूरोप और चीन के बीच लगातार विवाद हो रहा है। बीते छह महीनों में यूरोपिय महासंघ ने चीन के खिलाफ कुछ आक्रामक निर्णय भी किए हैं। लेकिन, चीन महासंघ के कुछ सदस्य देशों को पकड़कर दबाव निर्माण करता हुआ सामने आ रहा है। ऐसी स्थिति में चीन के खिलाफ पुख्ता नीति तय करने की माँग होने लगी है और इसी मुद्दे पर वर्णित बैठक में चर्चा होगी।

यूरोपिय महासंघ की बैठकअमरीका में सत्ता परिवर्तन के बाद यूरोप ने नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के नेतृत्व में चीन विरोधी मोर्चे में शामिल होने के संकेत दिए थे। लेकिन, ‘अफ़गानिस्तान डिज़ास्टर’ और ‘ऑकस डील’ की पृष्ठभूमि पर यूरोप-अमरीका के संबंधों में तनाव निर्माण हुआ है। अफ़गानिस्तान के मुद्दे पर अमरिकी नेतृत्व ने यूरोपिय देशों को भरोसे में नहीं लिया और इस कारण यूरोपिय देशों ने तीव्र गुस्सा व्यक्त किया था। अमरीका अब भरोसेमंद सहयोगी नहीं रही, ऐसी कड़वाहटभरी प्रतिक्रिया यूरोपियन नेताओं ने दर्ज़ की थी। अफ़गानिस्तान से वापसी करने की पृष्ठभूमि पर यूरोप की स्वतंत्र सेना का गठन करने की माँग भी अब जोर पकड़ रही है।

यूरोपिय महासंघ की बैठकऐसे में अमरीका ने ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के साथ किए हुए ‘ऑकस डील’ का इज़ाफा हुआ है। इस समझौते के माध्यम से अमरीका ने यूरोपिय महासंघ का विश्‍वासघात किया, ऐसे आरोप सरेआम लगाए गए थे। यूरोपिय महासंघ ने इस मुद्दे पर ड़टकर फ्रान्स का साथ देकर अमरीका को सख्त शब्दों में फटकार लगाने की बात सामने आयी थी। यूरोपिय महासंघ भोलेपन से इसे नजरअंदाज़ ना करें, ऐसी स्पष्ट भूमिका फ्रान्स ने अपनाई थी। यूरोपिय महासंघ और अमरीका के संबंधों में दरार इससे अधिक बढ़ने का इशारा विश्‍लेषकों ने दिया था।

इन घटनाओं की पृष्ठभूमि पर यूरोपिय महासंघ ने चीन और अमरीका के साथ अपने संबंधों पर फिर से विचार करने के संकेत दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरीका और चीन संबंधी भूमिका नए से तय की जाएगी, यह संकेत भी यूरोपियन सूत्रों ने दिए हैं। इसी बीच यह बैठक शुरू होने के दौरान अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन फ्रान्स पहुँचे हैं और उन्होंने राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन से मुलाकात करने की बात कही जा रही है। इससे पहले ऐसी खबरें प्राप्त हुई थीं कि, अपने इस दौरे में अमरिकी विदेशमंत्री फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष को समझाने की कोशिश करेंगे।

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