रशिया का साथ दे रहे ब्राज़ील को पांच हिस्सों में विभाजित करे – नाटो से जुड़े ऑस्टियन वित्तीय विशेषज्ञ ने उकसाया

ब्रुसेल्स – ‘ब्राज़ील के राष्ट्राध्यक्ष लुला दा सिल्वा अपनी भूमिका में बदलाव करें। रशिया विरोधी यूक्रेन को युद्ध में भी ब्राज़ील सहायता प्रदान करें। राष्ट्राध्यक्ष सिल्वा यदि इसके लिए तैयार नहीं होते हैं तो ब्राज़ील को पांच हिस्सों में विभाजित करें’, ऐसी सलाह ऑस्ट्रियन आर्थिक विशेषज्ञ गंथेर फेलिंगर ने नाटो को दी है। ऑस्ट्रियन आर्थिक विशेषज्ञ नाटो से जुड़े होने का दावा किया जा रहा है। उनके इस उकसाने वाले बयान की वजह से ब्राज़ील में बड़ा गुस्सा व्यक्त हो रहा है।

पिछले डेढ़ सालों से रशिया और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हैं। इस युद्ध में दुनियाभर के अन्य देश रशिया के विरोध में यूक्रेन को शस्त्र सहायता प्रदान करें, रशिया पर प्रतिबंध लगाए हैं, ऐसी मांग अमरीका और यूरोपिय देशों ने की थी। इसके लिए अमरीका और मित्र देशों ने एशियाई, खाड़ी, अफ्रीकी एवं लैटिन अमरिकी देशों पर दबाव भी बढ़ाया था।

ब्राज़ील में नए से सत्ता संभाल रहे वामपंथी विचारधारा के नेता लुला दा सिल्वा पर भी दबाव बनाने की कोशिश हुई थी। लेकिन, अन्य देशों की तरह ब्राज़ील के राष्ट्राध्यक्ष ने भी रशिया विरोधी भूमिका अपनाना टाल दिया था। उल्टा पश्चिमी देश रशिया विरोधी युद्ध भड़का रहे हैं, यह आरोप ब्राज़ील के राष्ट्राध्यक्ष ने लगाया था। साथ ही रशिया और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए मध्यस्थता करने का प्रस्ताव भी राष्ट्राध्यक्ष सिल्वा ने पेश किया था।

ब्राज़ील की इस रशिया समर्थक भूमिका की पश्चिमी देश एवं माध्यमों ने आलोचना की थी। रशिया समर्थक भूमिका अपना रहे ब्राज़ील के विरोध में सख्त रवैया अपनाने का आवाहन ऑस्ट्रियन आर्थिक विशेषज्ञ गंथेर फेलिंगर ने किया है। इससे पहले ब्राज़ील के नेतृत्व को आखरी अवसर देने की मांग फेलिंगर ने की है। यदि इसके बाद भी राष्ट्राध्यक्ष सिल्वा रशिया का साथ छोड़ने के लिए तैयार नहीं होते हैं तो ब्राज़ील के पांच हिस्से करने की सलाह फेलिंगर ने दी है।

इससे ‘पिपल्स रिपब्लिक ऑफ एमेझॉनिया’, ‘नॉर्देसे’, ‘साओ पावलो’ , ‘सुल’ और ‘लास्ट सेवन ब्राज़ीलियन स्टेटस’ इन पांच हिस्सों में ब्राज़ील को विभाजीत करने का सुझाव ऑस्ट्रियन आर्थिक विशेषज्ञ ने दिया है। यह पांच देश स्वतंत्र तौर पर नाटो और ओईसीडी जैसी पश्चिमियों की सैन्य एवं आर्थिक संगठन में शामिल होंगे, ऐसी उम्मीद फेलिंगर ने व्यक्त की। इसी बीच, नाटो प्रायोजित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का स्वीकारने से ब्राज़ील ने किए इनकार ने फेलिंगर को परेशान किया है। इस वजह से उन्होंने ब्राज़ील को विभाजित करने के लिए उकसाया है।

साथ ही फेलिंगर ने रशिया के टुकड़े करने की आवश्यकता बयान करके १२ हिस्सों में विभाजित हुई रशिया का नक्शा सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध किया। गुंथेर फेलिंगर नाटो के विस्तार की रचना सामने लाने वाले प्रखर नेता एवं आर्थिक विशेषज्ञ जाने जाते है। इन्हों ने ही यूक्रेन, कोसोवो, बोस्निया, ऑस्ट्रिया, मोल्दोवो, आयर्लैण्ड और जॉर्जिया इन पूर्व यूरोपिय देशों को नाटो में शामिल करने की मांग की थी। इस वजह से उन्होंने ब्राज़ील को लेकर किए बयानों को अहमियत दी जा रही है।

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