‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ के ज़रिये मात्र ६ घंटों में ४० हज़ार घातक रासायनिक हथियारों की खोज

ai-chemical-weapons-2लंदन – अमरीका की दवाईयों की एक कंपनी ने ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ का इस्तेमाल करके मात्र ६ घंटों में ४० हज़ार रासायनिक हथियारों की खोज करने का दावा किया है| दवा के उत्पादन के लिए इस्तेमाल हो रही ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ तकनीक का इस्तेमाल करके यह खोज होने का बयान कंपनी ने किया है| इस प्रयोग के दौरान ‘वीएक्स’ नामक काफी घातक रासायनिक हथियार ‘नर्व एजंट’ के संयुग्म का भी निर्माण होने की बात स्पष्ट की गई है| ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ (एआई) यानी कृत्रिम बुद्धि तकनीक का संभावित गलत उपयोग विषय पर आयोजित परिषद की तैयारी के हिस्से वाले प्रयोग में रासायनिक हथियारों का निर्माण होने की जानकारी साझा की गई|

ai-chemical-weapons-3स्वीत्ज़र्लैण्ड की ‘स्पाईज़ लैबोरटरी’ ने ‘वेपनाइज्ड केमिकल्स’ के विषय पर अंतरराष्ट्रीय परिषद का आयोजन किया था| इसकी तैयारी के हिस्से के तौर पर ‘कोलैबरेशन्स फार्मास्युटिकल्स’ नामक अमरिकी कंपनी ने एक ‘थॉट एक्सपेरिमेंट’ किया| इसके तहत कंपनी ने नई दवाईयों के ‘वर्चुअल डिज़ाइनिंग’ एवं ‘टेस्टिंग’ के लिए इस्तेमाल होने वाले ‘मेगासिन’ नामक ‘एआई’ का इस्तेमाल किया| इस ‘एआई’ को विश्‍वभर में मौजूद रासायनों की जानकारी (डाटाबेस) दिया गया था|

इनमें से ज़हरिले रसायन एवं संयुग्मों की खोज का ज़िम्मा ‘मेगासिन’ को दिया गया था| इस ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ ने मात्र ६ घंटों में ४० हज़ार रासायनिक हथियारों का निर्माण करना मुमकिन होगा, ऐसे घटक और संयुग्मों की खोज़ की, यह जानकारी अमरिकी कंपनी ने दी| यह पूरा प्रयोग विज्ञान संबंधित पत्रिका ‘नेचर’ में प्रसिद्ध किया गया है| जिस गति से ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ तकनीक ने रासायनिक हथियारों की खोज की वह आश्‍चर्यजनक है, यह दावा वैज्ञानिक फैबियो उर्बिना ने किया|

ai-chemical-weapons-1‘हमारी कंपनी छोटी है और एआई तकनीक तुलना में नई है| इसके बावजूद बड़ी मात्रा में रासायनिक हथियारों की खोज होना, यह बात चिंता बढ़ाती है| हमारे जैसी सैंकड़ों कंपनियॉं आर्टिफिशल इंटेलिजन्स का इस्तेमाल दवाईयों और रसायनों के निर्माण के लिए करती होंगी’, इन शब्दों में उर्बिना ने चिंता जताई|

पिछले कुछ सालों से ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ का इस्तेमाल करने के विषय पर पूरे विश्‍व में काफी चर्चा हो रही है| रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन, ज्येष्ठ अमरिकी कूटनीतिक हेन्री किसिंजर, शीर्ष उद्यमी एलॉन मस्क ने ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ से जुड़े हुए लगातार इशारे दिए हैं| इस तकनीक का बढ़ता इस्तेमाल मानवी समाज के सामने गंभीर चुनौति खड़ी करेगा और संघर्ष का भी कारण बनेगा, ऐसा इशारा दिया गया था| अमरिकी कंपनी के प्रयोग के बीच हुआ घातक रासायनिक हथियारों का निर्माण इसकी पुष्टी करता है|

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