‘किलर रोबोटस्’ दया नही दिखाएंगे – संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में दी गई चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजेनिव्हा: आर्टिफिशल इंटेलिजन्स एवं रोबोटिक्स तकनीक की सहायता से बने ‘किलर रोबोटस्’ की संख्या प्रतिदिन बढ रही है और यह ‘किलर रोबोटस्’ किसी को भी मारते समय दया या नितिमत्ता नही दिखाएंगे, यह गंभी इशारा संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में दिया गया है| ‘किलर रोबोटस्’ विकसित करने में तकनीकी क्षेत्र की बडी कंपनियों का समावेश है और यह बात और भी चिंता का विषय होने की ओर भी इस बैठक में ध्यान आकर्षित किया गया|

पिछले कुछ वर्षों से ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’, ‘रोबोटिक्स’ और उनके हथियारों के उद्योग में हो रहा बढते इस्तेमाल का मुद्दा सामने आया है| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस बात का संज्ञान लिया है और इस मुद्दे पर नियम तैयार करने की कोशिश हो रही है| इस बारे में एक विशेष गुट का गठन भी किया गया है और बुधवार के दिन जेनिव्हा में इस गुट की सालाना बैठक हुई| ‘कन्व्हेंशन ऑन सर्टन कन्व्हेंशनल वेपन’ यह इस गुट को नाम दिया गया है और ‘किलर रोबोटस्’ के विकास एवं इस्तेमाल पर यह गुट काम कर रहा है|

बुधवार के दिन हुई बैठक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूद कई गुट एवं विशेषज्ञों ने ‘किलर रोबोटस्’ के मुद्दे पर अपना मत रखा| इस दौरान जागतिक स्वयंसेवी संगठनों ने ‘किलर रोबोटस्’ पर तैयार किए रपट भी रखे गए है और इनमें कडी चेतावनी दी गई है| ‘ह्युमन राईटस् वॉच’ इस गुट ने तैयार किए रपट में ‘किलर रोबोटस्’ के मुद्दे पर सिर्फ बातचीत शुरू है और किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही हो रही है, इस पर उजागर तौर पर नाराजगी व्यक्त की|

‘किलर रोबोटस्’ के मुद्दे पर विश्‍व के प्रमुख देश ही अडंगा बनने का आरोप भी इस रपट में किया गया है| इसमें अमरिका, रशिया, ब्रिटेन, इस्रायल और ऑस्ट्रेलिया इन देशों का जिक्र किया गया है| ‘किलर रोबोटस्’ पर कुछ तादाद में मानवी अंकुश बने रहने के लिए समझौते के मसौदा तैयार किया जा रहा है| लेकिन, इन बडे देशों ने इसे विरोध किया है और इससे इस समझौते का काम आगे बढ नही सका है, यह आलोचना स्वयंसेवी गुट ने अपनी रपट में की है|

‘पैक्स’ इस यूरोपिय गुट ने प्रसिद्ध किए किए रपट में ‘किलर रोबोटस्’ का विकास एवं निर्माण में बडी कंपनियों का हो रहे समावेश का मुद्दा सामने लाया है| ‘एमेझॉन’, ‘मायक्रोसॉफ्ट’, ‘इंटेल’ जैसी तकनीकी क्षेत्र की बडी कंपनियां ‘किलर रोबोटस्’ के निर्माण में शामिल हुई है, यह दावा पैक्स ने किया है| हथियारों की यंत्रणा में ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ का इस्तेमाल करके यह कंपनियां पूरे विश्‍व के भविष्य के लिए खतरा बना रही है, यह आरोप भी यूरोपिय गुट ने किया|

कुछ महीनों पहले शीर्ष चिनी उद्यमी जैक मा ने यह इशारा दिया था की, ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी की ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ और ‘रोबोटिक्स’ यह तकनीकी क्षेत्र की तिसरी क्रांती है और इससे किसी भी क्षण तिसरे विश्‍वयुद्ध भडक सकता है|’ अमरिकी उद्यमी एलॉन मस्क ने भी आर्टिफिशल इंटेलिजन्स के इस्तेमाल से विश्‍वयुद्ध शुरू होने की चिंता व्यक्त की थी|

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