फिलहाल पाए गए ‘मंकीपॉक्स’ के मामले हिमशैल की नोक हो सकती है – ‘डब्ल्यूएचओ’ की चेतावनी

‘मंकीपॉक्स'जिनेवा – फिलहाल पूरे विश्व में सामने आ रहे ‘मंकीपॉक्स वायरस’ के मामले हिमशैल की नोक हो सकते हैं। इस विषाणु का संक्रमण तेज़ हो सकता है, यह इशारा ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन’ (डब्ल्यूएचओ) ने दिया है। पहला मामला सामने आने के बाद उचित ध्यान रखा गया होता तो इस महामारी का फैलाव नहीं होता, ऐसा बयान ‘डब्ल्यूएचओ’ ने किया है। विश्व के २० से अधिक देशों में ‘मंकीपॉक्स’ का फैलाव देखा गया है और लगभग २५० से अधिक लोग इसके चपेट में पाए गए हैं। यूरोप, अमरीका और लैटिन अमरिकी महाद्वीप में इस बिमारी का फैलाव होता देखा गया है।

‘मंकीपॉक्स'अफ्रीकी महाद्वीप के नाइजीरिया से १० मई को ब्रिटेन पहुँचा एक व्यक्ति ‘मंकीपॉक्स’ का मरीज़ होने की बात सामने आयी थी। इसके बाद मात्र दो ही हफ्तों में ब्रिटेन में ‘मंकीपॉक्स वायरस’ के संक्रमितों की संख्या १०६ पर जा पहुँची है। ब्रिटेन के अलावा यूरोप के अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आने की मात्रा बढ़ रही है। स्पेन में ‘मंकीपॉक्स’ के संक्रमितों की संख्या ९० से अधिक हुई है।

इसके अलावा यूरोप के फ्रान्स, जर्मनी, इटली, पोर्तुगाल, नेदरैण्डस्‌, बेल्जियम, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रीया, आयलैण्ड, स्वीडन, स्वीत्जर्लैण्ड, डेन्मार्क और फिनलैण्ड में ‘मंकीपॉक्स’ के मामले दर्ज़ हुए हैं। सिर्फ यूरोपिय महाद्वीप में ‘मंकीपॉक्स’ के संक्रमितों की संख्या २०० तक पहुँची है। यूरोप के साथ ही अमरीका, कैनाड़ा, ऑस्ट्रेलिया, इस्रायल, यूएई, मेक्सिको, अर्जेंटिना और बोलिविया में भी ‘मंकीपॉक्स’ का फैलाव हुआ है। अफ्रीका के सुड़ान में भी इसका एक संदिग्ध पाए जाने की आशंका है, फिर भी अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

‘मंकीपॉक्स'मात्र १५ दिनों में विश्व के २२ देशों में ‘मंकीपॉक्स’ का फैलाव होने से स्वास्थ्य यंत्रणाओं में चिंता का माहौल है। ‘डब्ल्यूएचओ‘ के अधिकारी ने यह ड़र व्यक्त किया है कि, फिलहाल दर्ज़ हो रहे यह मामले हिमशैल की नोक हो सकती है। विषाणु पाए जाने के बाद नियमों का पालन हुआ होता तो संक्रमण को रोकने में कामयाबी मिलती, यह दावा भी ‘डब्ल्यूएचओ’ ने किया हैं। साथ ही यह महामारी ‘कम्युनिटी स्प्रेड’ से तेज़ फैल सकती है, इसका अहसास भी ‘डब्ल्यूएचओ’ ने कराया है।

साल १९७० में अफ्रीका के ‘डीआर कांगो’ में ‘मंकीपॉक्स वायरस’ का संक्रमित पाया गया था। इसके बाद लगभग १० अफ्रीकी देशों में ‘मंकीपॉक्स’ की महामारी फैली थी। साल २००३ में अमरीका में भी इस विषाणु से महामारी फैली थी। लेकिन, यूरोपिय महाद्वीप में इससे पहले कभी इस विषाणु का संक्रमण नहीं हुआ था। इसके मद्देनज़र यूरोप में तेज़ फैल रही यह महामारी स्वास्थ्य यंत्रणाओं की चिंता बढ़ा रही है।

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