डेन्मार्क ने चीन, रशिया और ईरान पर लगाए जासूसी के आरोप

जासूसीकोपनहेगन – आर्क्टिक क्षेत्र में खनिज संपत्ति की खोज कर रहे चीन, रशिया और ईरान द्वारा जासूसी का खतरा बढ़ रहा है, यह आरोप डेन्मार्क ने लगाया हैं। आर्क्टिक क्षेत्र में डेन्मार्क के नियंत्रण के ग्रीनलैण्ड और फैरो द्विपों की सीमा में जासूसी बढ़ने का बयान डेन्मार्क की सुरक्षा यंत्रणा ने किया है।

‘डैनिश सिक्युरिटी ऐण्ड इंटेलिजन्स सर्विस’ ने यह जानकारी सार्वजनिक की। ग्रीनलैण्ड और फैरो द्विपों की सीमा में बढे हुए जासूसी के दाखिले भी डेन्मार्क की सुरक्षा यंत्रणा ने प्रदान किए। पिछले कुछ वर्षों में ग्रीनलैण्ड और फैरो द्विपों की सुरक्षा को चीन, रशिया, ईरान और अन्य कुछ देशों के जासूसों का खतरा बढ़ा है, ऐसा डैनिश सुरक्षा यंत्रणा के प्रमुख एंड्रेस हेन्रीक्सन ने कहा। कुछ रशियन एजंटस्‌ ग्रीन लैण्ड में दुष्प्रचार करके नागरिकों के मन में भ्रम निर्माण कर रहे हैं। इसके ज़रिये डेन्मार्क और अमरीका में संघर्ष कराने की कोशिश कर रहे हैं, यह आरोप डैनिश यंत्रणा ने अपनी रपट में लगाया है।

आर्क्टिक क्षेत्र की सामरिक अहमियत है और पिछले कुछ वर्षों में अमरीका, रशिया और चीन की इस क्षेत्र में गतिविधियाँ बढ़ी हैं। इस क्षेत्र के नैसर्गिक स्रोत साथ ही समुद्री मार्ग और सैनिकी नज़रिये से अहम अड्डों के कारण आर्क्टिक को काफी बड़ी अहमियत प्राप्त हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.