सालेह के भाई की निर्मम हत्या के बाद रशिया, ईरान और ताज़िकिस्तान का तालिबान पर फूटा गुस्सा

तेहरान/मास्को/दुशान्बे – अफ़गानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरूल्ला सालेह के भाई की तालिबानी आतंकियों ने निर्मम हत्या कर दी है। हत्या के बाद उनके शव का अपमान भी किया गया। पंजशीर में तालिबान ने की हुई इस हरकत के बाद तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है। पंजशीर में जारी तालिबान के हमलों का किसी भी तरह से समर्थन नहीं किया जा सकता, ऐसा बयान ईरान ने क्रोधित होकर किया है। तो, रशिया ने ताजिकिस्तान की सीमा पर अपने टैंक रवाना किए हैं। इसी बीच अफ़गानिस्तान में हस्तक्षेप कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को ताजिकिस्तान में कदम रखने ना दें, यह माँग ताजिक जनता में जोर पकड़ रही है।

afghan-taliban-rohullah-saleh-brotherपंजशीर में संघर्ष के दौरान तालिबानी आतंकियों ने मानवता छोड़ दी है, यह आरोप नॉर्दन अलायन्स लगा रही है। तालिबान ने बिजली और पानी की सप्लाई रोककर पंजशीर को मुश्‍किल में ड़ाल दिया है। तालिबान के आतंकी पंजशीर में बच्चों और वृद्ध नागरिकों की भी हत्या कर रहे हैं, ऐसा भीषण आरोप नॉर्दन अलायन्स ने इससे पहले ही लगाया था।

इसी दौरान अफ़गानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरूल्ला सालेह को खोजने के लिए पाकिस्तान तालिबान की सहायता कर रहा है, ऐसी खबरें भी प्राप्त हो रही हैं। साथ ही पाकिस्तानी सेना की ‘स्पेशल फोर्सस’ के सैनिक तालिबान के साथ नॉर्दन अलायन्स के खिलाफ लड़ रहे हैं। अमरीका के शीर्ष समाचार चैनल ने यह जानकारी प्रदान की थी।

russia-tajikistan-drillपाकिस्तानी वायुसेना ने बीते हफ्ते सालेह के घर पर ड्रोन हमले करने की जानकारी भी सामने आयी थी। इस हमले के समय सालेह घर पर नहीं थे। लेकिन, शुक्रवार के दिन तालिबानी आतंकियों ने पंजशीर के ‘रुखा’ जिले में सालेह के भाई रोहुल्ला सालेह की निर्मम हत्या कर दी। उनका शव दफनाने की अनुमति भी तालिबान ने नहीं दी है।

तालिबान की इस कार्रवाई की जानकारी माध्यमों से सामने आने के बाद पहले से नॉर्दन अलायन्स का समर्थन कर रही रशिया, ईरान और ताजिकिस्तान से तीव्र प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हुई हैं। रशिया ने ताजिकिस्तान और अफ़गानिस्तान की सीमा पर १२ टैंक और बख्तरबंद गाड़ियाँ रवाना की हैं। ताजिकिस्तान के साथ युद्धाभ्यास करने के लिए यह तैनाती करने का बयान रशिया ने किया है। इसके साथ ही अफ़गानिस्तान का आतंकवाद मध्य एशियाई देशों में भी फैल सकता है, यह चिंता भी रशिया ने जताई है।

इसी के साथ पंजशीर में तालिबान के हत्याकांड़ का बिल्कुल समर्थन नहीं किया जा सकता, ऐसी फटकार संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरान के राजदूत माजिद तख्त-रवांची ने लगाई है। तालिबान अपने ही अफ़गान भाईयों की हत्या कर रही है, यह आरोप भी रवांची ने लगाया। साथ ही अफ़गानिस्तान में मुक्त एवं पारदर्शी चुनावों की आवश्‍यकता जताकर उन्होंने तालिबान की हुकूमत को हमारी स्वीकृति ना होने की बात भी स्पष्ट की।

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