रक्षामंत्री राजनाथ सिंग रशिया पहुंचे – अहम समझौते होने की संभावना

मास्को – रक्षामंत्री राजनाथ सिंग मंगलवार के दिन रशिया पहुंचे| रक्षामंत्री की इस रशिया यात्रा के दौरान भारत और रशिया में ‘लॉजिस्टिक सपोर्ट’ समझौता होने की खबरें प्राप्त हो रही है| साथ ही भारत के लिए छह पनडुब्बीयों का निर्माण करके देने के लिए रशिया ने रुचि दिखाई है और भारतीय वायुसेना के बेडे के ‘सुखोई ३० एमकेआय’ अधिक प्रगत करने की तैयारी भी रशिया ने दिखाई है| इसके अलावा भारत के लिए आवश्यक रशियन लष्करी सामान के पुर्जों का संयुक्त निर्माण करने का प्रस्ताव भारत रशिया के सामने रख सकता है, यह भी खबर है| इस पृष्ठभूमि पर राजनाथ सिग की इस यात्रा को अहमियत प्राप्त हो रही है| यह यात्रा दोनों देशों में रक्षा सहयोग और भी मजबूत करेगा, यह दावा किया जा रहा है|

रक्षामंत्री राजनाथ सिंग अपनी रशिया यात्रा में इंडिया-रशिया डिफेन्स इंडस्ट्रि को-ऑपरेशन कॉन्फरन्स का उद्घाटन करेंगे| इस परिषद में भारतीय रक्षा क्षेत्र के निवेष समेत ‘मेक इन इंडिया’ के तहेत रक्षा सामान के निर्माण के लिए रशियन रक्षा कंपनियों को रक्षामंत्री राजनाथ सिंग प्रोत्साहित करेंगे| इससे पहले राजनाथ सिंग रशियन उद्योग एवं व्यापारमंत्री डेनिस मांतूरोव्ह से भेंट करेंगे| एवं, ‘इंडिया रशिया इंटर गव्हर्नमेंटल कमिशन ऑन मिलिटरी ऍण्ड मिलिटरी टेक्निकल को-ऑपरेशन’ (आयआरआयजीसी-एम?ऍण्ड एमटीसी) की बैठक में शामिल होंगे|

रक्षामंत्री राजनाथ सिंग यह रशियन रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू के साथ भी द्विपक्षीय बातचीत करेंगे| भारत ने अमरिका, फ्रान्स, ऑस्ट्रेलिया समेत लॉजिस्टिक सपोर्ट समझौता किया है, फिर भी रशिया जैसे पारंपरिक मित्रदेश के साथ यह समझौता अभी हुआ नही है| भारत-रशिया में भी ऐसे समझौते के लिए पिछले कुछ महीनों से बातचीत हो रही है|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो महीनों पहले रशिया की यात्रा की थी| इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने करीबन २५ समझौते किए थे| इसी बीच रशिया के साथ ‘रेसिप्रोकल लॉजिस्टिक सपोर्ट एग्रिमेंट’ (आरएलएसए) समझौता होगा, यह दावा हो रहा था| पर, बातचीत पूरी ना होने से यह समझौता नही हो सका|

राजनाथ सिंग की रशिया यात्रा के दौरान इस ‘लॉजिस्टिक सपोर्ट’ समझौते पर हस्ताक्षर होंगे, यह खबरें प्राप्त हो रही है| एवं, कमोव्ह हेलिकॉप्टर्स संबंधी समझौता, एस-४०० ट्रायम्फ’ भारत को प्रदान करने संबंधी मुद्दों का रक्षामंत्री की इस रशिया यात्रा के दौरान बातचीत होगी| इस वजह से राजनाथ सिंग इनकी इस रशिया यात्रा की ओर विश्‍लेषकों का ध्यान लगा है|

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