अमरीका का पूर्वीय सागरी तट रशिया के परमाणु बम की पहुँच में

लंडन, दि. २५ (वृत्तसंस्था)- अमरीका ने ‘हिरोशिमा’ और ‘नागासाकी’ पर फ़ेंके परमाणु बम भी जिसके आगे खिलौना साबित होंगे, ऐसी खतरनाक  क्षमता के परमाणु बम का निर्माण रशिया कर रहा है| दस हज़ार किलोमीटर तक हमला करने की क्षमता रहनेवाले परमाणु बम की कक्षा में, अमरीका की राजधानी वॉशिंग्टन समेत पूर्वीय अमरीका के सभी प्रमुख शहर आ सकते हैं| रशिया के सरकार ने यह जानकारी खुली की| साथ ही, अमरीका पर रशिया ने आर्थिक पाबंदियाँ लगायीं, तो उसका जवाब मिलेगा, ऐसे रशिया के उपविदेशमंत्री सर्जेई राबकोव्ह ने कहा| इसी कारण अमरीका और रशिया के बीच का तनाव कम होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही| दोनों देश एक-दूसरे को गंभीर परिणामों की चेतावनियाँ दे रहे हैं, यह सामने आ रहा है|

परमाणु बमरशिया के रक्षामंत्रालय संबंधित वेबसाईट पर के ‘मिसाईल सिस्टिम’ वेबपेज पर सोमवार के दिन रशिया के नये परमाणु बम की संक्षिप्त रूप में जानकारी प्रकाशित की गयी| साथ ही, इसमे ‘आरएस-२८सरमात’ इस परमाणु बम का संगणक फोटोग्राफ प्रकाशित किया गया है| इस बारे में जानकारी देते समय, रशियन सरकार ने सन २०१० में रक्षामंत्रालय को दिये आदेश के अनुसार और सन २०१२-१३ में तैयार हुई योजना के अनुसार ‘सरमात’ परमाणु बम का निर्माण शुरू हो गया, यह प्रकाशित किया है| इस परमाणु बम के कारण रशिया की परमाणु और सामरिक क्षमता बढेगी, यह भी इसमें कहा गया है|

फिलहाल निर्माण की अवस्था में रहनेवाला ‘सरमात’ परमाणु बम सन २०२० तक रशिया की सेना को सुपूर्द जायेगा, ऐसा कहा जाता है| दुश्मन के रडार को चकमा देने की क्षमता रखनेवाले इस परमाणु बम की कक्षा में फ्रान्स, लंडन समेत अमरीका की पूर्व और पश्‍चिम सागरी तट आते हैं, ऐसा दावा रशिया के सेना विशेषज्ञ कर रहे हैं| इस ‘आरएस-२८सरमात’ परमाणु बम के हमले में पूरा फ्रान्स और अमरीका का टेक्सास प्रांत भी जलकर राख हो सकता है, ऐसा भी सेना के विशेषज्ञों का कहना है| वर्तमान समय में रशिया के ‘मियास’ शहर के पास इस परमाणु बम का परीक्षण शुरू है|

रशिया के पास दुनिया का सबसे बडा परमाणु बम का भंडार है, यह दावा किया जाता है| इनमें से ‘एसएस-१८’ यह परमाणु बम सबसे खतरनाक है, ऐसा कहा जाता है| रशिया के इस परमाणु बम की नाटो को भी चिंता है| रशिया के ‘एसएस-१८’ परमाणु बम में २० हज़ार किलो टन परमाणु विस्फोटक ढ़ोने की क्षमता है| जापान के ‘नागासाकी’ शहर में डाला गया ‘लिटिल बॉय’ इस अमरीका के परमाणु बम से हज़ारों गुना ज़्यादा क्षमता रशिया के ‘एसएस-१८’ में है|

russiasअमरीका के न्यूयॉर्क, बोस्टन, फिलाडेल्फिया, मियामी, जॅक्सॉनविल ये शहर इस परमाणु बम की कक्षा में आते है| इस परमाणु बम के हमले से विध्वंस हुआ शहर अगले हजारो साल तक निर्जन रहेगा, ऐसा कहा जाता है| इसी कारण रशिया का ‘एसएस-१८’ परमाणु बम सबसे ख़तरनाक माना जाता है| ऐसे ५५ परमाणु बम रशिया के पास हैं| रशिया अब तैयार कर रहा ‘सरमात परमाणु बम’ यह ‘एसएस-१८’ की अगली आवृत्ति है, ऐसा कहा जा रहा है| इससे ‘सरमात’ परमाणु बम की क्षमता के बारे में सोचा जा सकता है|

रशिया और अमरीका के संबंध शीतयुद्ध के समय से भी अधिक विस्फोटक बन गये हैं, ऐसे कहा जाता है| जर्मनी के विदेशमंत्री ने भी इन दोनो देशों के बीच का तनाव नये संघर्ष का कारण बन सकता है, ऐसी चिंता जतायी है| इस तनाव के लिए सिरिया का संघर्ष और युक्रेन के मुद्दे पर अमरीका ने रशिया पर लगायीं पाबंदियाँ ज़िम्मेदार हैं, ऐसा माना जाता है| रशिया पर लगायी गयीं पाबंदियों में वृद्धि करने के लिए अमरीका की कोशिश शुरू है| लेकिन अमरीका ने अपने देश पर की पाबंदियाँ बढायीं, तो पश्‍चिमी देशों को भीषण संकटों का सामना करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी रशिया द्वारा दी जा रही है|

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