रशिया की ईंधन कटौती के बाद कच्चे तेल की कीमत में २ प्रतिशत उछाल – ओपेक प्लस की नीति में बदलाव ना होने के संकेत

मास्को – पश्चिमी देशों ने लगाए प्रतिबंधों के जवाब में रशिया ने ईंधन उत्पादन में कटौती करने का ऐलान किया है। मार्च महीने से रशिया अपने कच्चे तेल का उत्पादन प्रतिदिन पांच लाख कम करेगी, यह जानकारी देश के उप-प्रधानमंत्री अलेक्झांडर नोवाक ने प्रदान की। रशिया के इस ऐलान के बाद अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत में उछाल देखा गया और इसके साथ ही यह दर प्रति बैरल ८६ डॉलर्स तक पहुँचा। इस पृष्ठभूमि पर रशिया समेत अन्य प्रमुख ईंधन उत्पाद देशों के ‘ओपेक प्लस’ गुटने अपने ईंधन उत्पादन में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा, यह स्पष्ट किया। 

ईंधन कटौतीरशिया-यूक्रेन युद्ध के साथ अन्य गतिविधियों के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईंधन और बिजली की किमते पिछले साल से लगातार बढ़ रही है। इस बढ़ोतरी की वजह से महंगाई का भारी उछाल हुआ है और पश्चिमी देशों के साथ कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को इससे नुकसान पहुँचा है। पश्चिमी देशों ने इसका ठिकरा रशिया-यूक्रेन युद्ध पर फोड़ा है। साथ ही दूसरी ओर रशिया की घेराबंदी करने के लिए ईंधन क्षेत्र पर भारी मात्रा में प्रतिबंध थोंपे गए हैं। रविवार पांच फ़रवरी से पश्चिमी देशों ने रशिया की ईंधन निर्यात पर नए प्रतिबंध लगे हैं। रशिया से समुद्री मार्ग से निर्यात हो रहा कच्चा तेल और पेट्रोलियम उत्पादनों की आयात पर पुरी तरह से रोक लगाई गई है। साथ ही अन्य देशों को हो रही कच्चे तेल, नैसर्गिक ईंधन वायू एवं पेट्रोलियम प्रॉडक्टस्‌ की कीमत पर भी मर्यादा (प्राईक कैप) लगाई गई है।

पश्चिमी देशों के इन प्रतिबंधों पर रशिया ने जोरदार आपत्ति जताई है और यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के नियमों के विरोध में होने का दावा किया है। इस वजह से ईंधन बाज़ार में भारी उथल-पुथल होगी, यह इशारा देने के साथ ही रशिया द्वारा आक्रामक कदम उठाए जाएंगे, यह इशारा भी दिया गया था। इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने शुक्रवार को कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने का ऐलान किया। ‘वर्तमान में हम उत्पादित कर रहे कच्चे तेल की पुरी बिक्री कर रहे हैं। लेकिन, इसकी कीमत पर मर्यादा लाने वाले देशों को हम कच्चे तेल नहीं बेचेंगे। इस बात को ध्यान में रखकर रशिया अगले महीने से कच्चे तेल का उत्पादन प्रति दिन पांच लाख बैरल्स कटौती करेंगे’, ऐसा उप-प्रधानमंत्री अलेक्झांडर नोवाक ने घोषित किया।

ईंधन कटौतीप्रति दिन पांच लाख बैरल्स कटौती करने से पहले रशिया ने ‘ओपेक प्लस’ गुट के कुछ सदस्य देशों से चर्चा करने की जानकारी रशियन सरकार ने प्रदान की। ‘ओपेक प्लस’ के प्रमुख सदस्य देशों ने रशिया के निर्णय का समर्थन किया है, ऐसा समझा जा रहा है। रशिया के इस ऐलान के बाद ओपेक अपने ईंधन उत्पादन में कोई भी बदलाव नहीं करेगा, यह भी इस गुट ने स्पष्ट किया। इस वजह से वैश्विक बाज़ार में पांच लाख बैरल्स कमी दूर करने के लिए ओपेक सदस्य देश उत्पादन नहीं बढ़ाएंगे, यह भी रेखांकित हो रहा है।

ईंधन बाज़ार में रशिया एक बड़ा प्रमुख देश हैं और हर दिन यह देश एक करोड़ बैल्स ईंधन उत्पादन करता है। पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की मांग बढ़ती देखी जा रही है। ऐसे में रशिया ईंधन उत्पादन की कर रही कटौती ईंधन की कीमतों में नया उछाल ला सकती है। शुक्रवार को रशिया के ऐलान के बाद कच्चे तेल की कीमत दो प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ ८६.४२ डॉलर्स तक पहुँची थी। अघले कुछ महीनों में यह कीमत फिर से प्रति बैरल १०० डॉलर्स से अधिक हो सकती है, ऐसा दावा ईरान के ईंधन क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी अफशिन जवान ने किया है।

ईंधन क्षेत्र के प्रमुख सौदी अरब ने भी कुछ दिन पहले ही यह इशारा दिया था। ईंधन क्षेत्र पर लगाए जा रहे प्रतिबंध और इसमें हो रहे अपर्याप्त निवेश की वजह से आनेवाले समय में ऊर्जा क्षेत्र की किल्लत का संकट अधिक गंभीर हो सकता है, ऐसे सौदी अरब के ईंधन मंत्री प्रिन्स अब्दुलअझिझ बिन सलमान सौद ने आगाह किया था।

इसी दौरान रशिया पर लगाए प्रतिबंध बुमरैंग हो सकते हैं, इसका स्पष्ट अहसास भी सौदी के मंत्री ने कराया था। 

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