हैकर्स ने अमरिकी ईंधन कंपनी से ५० लाख डॉलर्स फिरौती वसूली

वॉशिंग्टन – अमरीका की सबसे बड़ी ईंधन पाइपलाइन कंपनी ‘कोलोनिअल पाइपलाइन’ ने सायबर हमला करनेवाले हैकर्स को ५० लाख डॉलर्स से भी अधिक राशि की फिरौती प्रदान की है। इस ईंधन पाइपलाइन पर बीते शुक्रवार के दिन ‘रैन्समवेअर’ प्रकार का सायबर हमला हुआ था। इस सायबर हमले के बाद कंपनी ने अपनी पाइपलाइन और ईंधन की आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी थी। इस हमले के पीछे रशिया से संबंधित ‘डार्कसाईड’ नामक हैकर्स गुट का हाथ होने की बात स्पष्ट हुई थी। इस घटना ने अमरीका की सरकारी एवं निजि यंत्रणा और कंपनियों पर हो रहे ‘रैन्समवेअर’ प्रकार के सायबर हमलों का मुद्दा चर्चा में आया है।

‘ब्लूमबर्ग’ नामक अमरीका की शीर्ष वेबसाईट ने ‘कोलोनिअल’ से ‘डार्कसाईड’ गुट को फिरौती देने की खबर जारी की है। कंपनी ने गुरूवार के दिन जारी किए निवेदन में सभी कारोबार फिर से शुरू किए जा रहे हैं, यह जानकारी प्रदान की है। लेकिन, इसमें फिरौती देने का ज़िक्र नहीं किया गया है। अमरिकी प्रशासन के अफसरों ने इस मामले में फिरौती देने की खबर की पुष्टि की है, ऐसा ‘ब्लूमबर्ग’ की खबर में कहा गया है।

सायबर सुरक्षा का ज़िम्मा संभाल रहे राष्ट्रीय सुरक्षा उप-सलाहकार ऐन न्यूबर्गर ने एक साक्षात्कार के दौरान अमरिकी प्रशासन का फिरौती के कारोबार को विरोध होने की बात स्पष्ट की। लेकिन, इसी बीच सायबर हमला होने के बाद कंपनी की मुश्‍किलों को भी हम समझ सकते हैं, इन शब्दें में प्रशासन कंपनियों पर दबाव नहीं ड़ालेगा, यह खुलासा भी उन्होंने किया। अमरिकी ऊर्जामंत्री जेनिफर ग्रैनहोम ने कोलोनिअल की घटना काफी गंभीर होने का बयान करके इसके आगे ऊर्जा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अधिक निवेश करने पर जोर देना होगा, यह इशारा भी दिया है।

‘कोलोनिअल’ से फिरौती प्राप्त करनेवाले ‘डार्कसाईड’ गुट ने बीते वर्ष से अपनी कार्रवाईयाँ बढ़ाई होने की बात सामने आयी है। बीते नौं महीनों के दौरान इस गुट ने अमरीका और यूरोप की करीबन ८० से अधिक कंपनियों पर ‘रैन्समवेअर’ सायबर हमला करके लक्ष्य किया है। यह गुट सिर्फ बड़ी निजी कंपनियों को लक्ष्य कर रहा है और सरकारी यंत्रणा, अस्पताल और शिक्षा संस्थाओं को लक्ष्य करने से दूर रह रहा है, ऐसा कहा जा रहा है। यह हैकर्स रशिया से संबंधित होने की बात कही जा रही है, फिर भी इनका रशियन हुकूमत से सीधे संबंध होने के सबूत नहीं हैं।

अमरिकी कंपनी ने फिरौती देने की खबर सामने आने के साथ ही आयर्लैंड़ की स्वास्थ्य यंत्रणा एवं जापान की बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘तोशिबा’ पर भी सायबर हमला होने की जानकारी सामना आ रही है। आयर्लैंड़ की स्वास्थ्य यंत्रणा पर बड़ा सायबर हमला होने की जानकारी प्रदान की गई है और इससे कंप्युटर नेटवर्क पूरी तरह से बंद किया गया है। यह सायबर हमला ‘रैन्समवेअर’ प्रकार का ही है और अधिक जाँच जारी है, ऐसा सूत्रों ने कहा है। इसी बीच ‘तोशिबा’ कंपनी ने यूरोप स्थित अपने ‘कॉम्प्युटर नेटवर्क’ पर सायबर हमला होने की जानकारी साझा की है। यह हमला अमरिकी पाइपलाइल को लक्ष्य करनेवाले ‘डार्कसाईड’ के हैकर्स ने ही किया है, ऐसा बयान तोशिबा ने किया है।

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